पलासी के कई गांवों में फैला बकरा नदी का पानी
पलासी प्रखंड से होकर बहने वाली बकरा नदी के जलस्तर में कमी से राहत तो मिली है पर परेशानी बरकरार है। हालांकि गुरूवार को भी धर्मगंज पंचायत के आधा दर्जन गांव के निचले हिस्से में पानी फैला हुआ था। वहीं कई ग्रामीण सड़कों पर पानी बह रही थी लेकिन यह काफी कम मात्रा में। इधर चतरा धार के ध्वस्त डायवर्सन पर गुरूवार को भी पानी बह रहा था। यहां के लोगों का नाव ही एकमात्र सहारा बना है।
बताया गया कि बुधवार की रात से बकरा नदी के जलस्तर में कमी आ रही है । इस कारण नदी किनारे बसे लोगों ने थोड़ी राहत महसूस की है। लेकिन प्रभावित क्षेत्र के लोगों की समस्या यथावत बनी हुई है। जबकि गुरुवार को भी निचले हिस्से में पानी फैला हुआ है। चतरा धार में ध्वस्त डायवर्सन पर आवाजाही बहाल करने के लिए प्रशासनिक स्तर पर नाव परिचालन शुरू कर दिया गया है। वहीं पानी घटने के साथ ही गुरुवार से मवि धर्मगंज में पठन—पाठन कार्य शुरू कर दिया गया है । इस बाबत स्कूल के वरीय शिक्षक अशोक कुमार चौधरी ने कहा कि स्कूल प्रांगण में बाढ़ का पानी घट जाने से गुरुवार से पठन— पाठन कार्य को आरंभ कर दिया गया है । कहा कि स्कूल प्रांगण में बाढ़ का पानी अधिक जमा रहने से पठन पाठन सिर्फ बुधवार को बंद कर दिया गया था।
इधर गुरुवार को भी बकरा का पानी छपनियां, भट्टाबाडी, जड़ियाखाड़ी, धर्मगंज, बंकेनियां व छतराबाड़ी गांव के निचले हिस्से में फैला हुआ है। धर्मगंज पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि मिथिलेश कुमार मंडल, पंसस प्रतिनिधि विनोद ऋषिदेव, चतरा धार के नाव चला रहे नाविक घुटरू ऋषिदेव ने कहा कि बकरा नदी बाढ़ के पानी में हल्की कमी हुई है लेकिन यहां पर सड़क पार करने के लिए नाव का ही सहारा लेना पड़ता है । नाव से नदी पार करने वाले छपनियां महादलित टोला के वार्ड सदस्य मुकेश ऋषिदेव, फुलकुमार ऋषिदेव, पीपरा कोठी निवासी राजा कुमार कहा कि समस्या आज भी बरकरार है। कहा कि बाढ़ का पानी दो तीन दिनों से खेतों में लगे रहने से धान की फसल को भी हानि हुई है। जान जोखिम में डालकर पार करना पड़ता है । चतरा डायवर्सन में बाढ़ के पानी भर जाने से धर्मगंज, भट्टाबाडी, बंकेनियां, जडि़याखाड़ी, पीपरा कोठी, बेलगच्छी, कदमकोला सहित अन्य गांवो के हजारों लोगों की आवाजाही प्रभावित हो गयी है। सीओ विजय कुमार गुप्ता ने कहा कि चतरा धार में ध्वस्त डायवर्सन पर तत्काल आवाजाही बहाल करने के लिए नाव परिचालन की सुविधा बहाल कर दी गई है। बाढ़ पर प्रशासन की पैनी नजर है।