
अचानक महानंदा के जलस्तर में रिकॉर्ड वृद्धि
एक माह के बाद अचानक महानंदा नदी के जलस्तर में बेतहाशा वृद्धि दर्ज किया गया है। नदी के जलअधिग्रहण क्षेत्र में हुई निरंतर बारिश के कारण 24 घंटे में महानंदा नदी के जलस्तर में 62 से 85 सेमी की बढ़ोत्तरी दर्ज किया गया है।
इससे अभियंताओं में हड़कंप मच गया। फ्लड फाइटिंग फोर्स के अध्यक्ष ई. मोद नारायण चौधरी और अधीक्षण अभियंता राजेंद्र कुमार महतो ने महानंदा के दायां एवं बांया तटबंध का जायजा लिया। अधीक्षण अभियंता ने बताया कि महानंदा नदी के जलस्तर में इस वर्ष महज 12 से 24 घंटे में 85 सेमी की वृद्धि पहली बार दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि बागडोभ और वाणीपुर के बीच महानंदा नदी अपने किनारे भाग का कटाव कर रही है। पिछले तीन चार दिनों में पंद्रह से बीस सेमी खेत को काट लिया है। कटाव को रोकने के लिए अभियंताओं को आदेश दिया गया है। उन्होंने बताया कि शनिवार की शाम छह बजे से लेकर रविवार की शाम छह बजे तक महानंदा नदी का जलस्तर झौआ के पास 28.87 मी से 77 सेमी बढ़कर 29.77 मीटर पर, बहरखाल में 28.54 मीटर से 76 सेमी बढ़कर 29.40 मीटर पर, आजमनगर में 27.80 मीटर से 80 सेमी बढ़कर 28.60 मीटर पर, धबौल में 27.25 मीटर से 85 सेमी बढ़कर 28.10 मीटर पर, कुर्सेल में 28.91 मीटर से 62 सेमी बढ़कर 29.53 मीटर पर, दुर्गापुर में 25.78 मीटर से 85 सेमी बढ़कर 26.63 मीटर पर तथा नदी के डाउन स्ट्रीम में गोविंदपुर में 25.02 मीटर से बढ़कर 39 सेमी बढ़कर 25.41 मीटर पर बढ़ना जारी है। उन्होंने बताया कि गंगा नदी का जलस्तर रामायणपुर में 25.73 मीटर से बढ़कर 25.77 मीटर पर बरारी के काढ़ागोला घाट के पास 28.70 मीटर से 30 सेमी बढ़कर 29.00 मीटर पर बढ़ना जारी है। बरंडी नदी का जलस्तर समेली प्रखंड के डुमर गांव में एनएच 31 के पास 29.46 मीटर से 20 सेमी बढ़कर 29.66 मीटर पर, कारी कोसी नदी का जलस्तर शहर के शरीफगंज के पास 27.02 मीटर से 27 सेमी बढ़कर 27.29 मीटर पर बढ़ना जारी है। वहीं कोसी नदी का जलस्तर कुर्सेला रेलवे ब्रिज के पास 29.20 मीटर से 22 सेमी बढ़कर 29.42 मीटर बढ़ना जारी है। अधीक्षण अभियंता ने बताया कारी कोसी नदी का जलस्तर चेतावनी स्तर को पार कर गया है। वहीं गंगा,महानंदा, कोसी एवं बरंडी नदी का जलस्तर अभी चेतावनी स्तर से नीचे है। नदी के जलस्तर में आई अचानक वृद्धि के कारण सभी अभियंताओं को अलर्ट कर दिया गया है। नदी अपने किनारे भाग में जहां कटाव करेगी उस पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। तटबंध एवं स्पर अभी पूरी तरह से सुरक्षित है।
स्रोत-हिन्दुस्तान