
अररिया -विनय ठाकुर -फारबिसगंज सैफगंज-महथावा मार्ग पर कमला नदी पर करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये की लागत से बना पुल करीब तीन साल से बेकार पड़ा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि पुल के एक हिस्से में आज तक एप्रोच रोड नहीं बन पाया है।जानकारों के अनुसार जिस जमीन पर एप्रोच रोड बनाना है वह रैयती है। बताया जाता है कि रैयत जमीन देने को तैयार भी है। लेकिन संबंधित विभाग के ढुलमुल रवैये के कारण आज तक इस समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। बिहार राज्य पुल निगम द्वारा करोडों की लागत से बना इस पुल के चालू नहीं होने से स्थानीय लोगों व राहगीरों में भारी आक्रोश है और लोग जनप्रतिनिधियों को कोसते नहीं थक रहे हैं। ग्रामीण शंकर भगत, अनिल भगत,जय भगत,विनोद यादव, बबलू यादव, नाथो सिंह, कारी भगत, बैद्यनाथ सिंह, दिनेश टुड्डू, विमल यादव, वारिश आलम, कमाल, रजी आलम, जाकिर आलम आदि ने बताया कि उक्त पुल के अप्रोच रास्ते के लिए जमीन का विधिवत अधिग्रहण नहीं होने के कारण तीन वर्ष पूर्व पुल बनने के बाद भी बेकार पड़ा हुआ है।जबकि यह मार्ग भरगामा व फारबिसगंज प्रखंड को जोड़ने वाली लाइफ लाइन मानी जाती है। यही नहीं सुपौल जिले के है।बाबजूद शासन व प्रशासन में बैठे अधिकारी व जनप्रतिनिधि इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि यहां वर्षो पूर्व बना लोहे का जर्जर पुल है इसी से वाहनों का आना जाना होता है।यह लोहे का पुल कभी भी ध्वस्त हो सकता है। गौरतलब है कि नवनिर्मित आरसीसी पुल के बगल में पुराना लोहे के पुल के जर्जर हो जाने के कारण इस से सटे इस पुल का निर्माण किया गया है। पुल बन कर खड़ा है परंतु इसके एक ओर एप्रोच रोड नहीं बना है।