
जन अधिकार छात्र परिषद के प्रखंड अध्यक्ष तौहीद आलम के नेतृत्व में बुधवार को सोशल डिस्टेंस के तहत पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष मनीष कुमार की रिहाई और मुखिया संघ के जिला अध्यक्ष एवं जाप नेता प्रिंस विक्टर पर फर्जी मुकदमा के खिलाफ एक दिवसीय उपवास किया।।
छात्र नेता जसीम खान ने कहा कि पटना विश्वविद्यालय अध्यक्ष मनीष कुमार को शीघ्र से शीघ्र रिहा किया जाए, उनका कुसूर सिर्फ ये है कि उन्होंने कोटा में फंसे विद्यर्थियों को वापस लाने की मांग थी।वहीं प्रखंड कोषाध्यक्ष सरताज बादशाह और समीर ने संयुक्त रूप से बयान जारी किया कि प्रिंस विक्टर जी पर प्रशासन सहित अन्य विरोधी दल के नेताओं ने जो आरोप लगाया है ओ बेबुनियाद है।उनके द्वारा अस्पताल के किसी भी स्वस्थ्यकर्मी के साथ कोई मार पीट नही हुआ है। अपने बयान में उन्होंने कहा कि रानीगंज के अस्पताल का हमेशा एक अपना विवाद रहा है जो किसी से छुपा नही है।अगर प्रिंस विक्टर पर से झूठा मुकदमा वापस जल्द से जल्द नही लिया गया तो जन अधिकार छात्र परिषद उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी।
मौके पर पंचायत अध्यक्ष मुन्ना रहमानी, आदेश कुमार, रितेश कुमार समीर, जसीम खान,चंद्रशेखर,विकाश कुमार मौजूद थे।।