
बिहार के कटिहार नगर थाना क्षेत्र के चौधरी मुहल्ले से पुलिस ने मंगलवार को जिन पांच विदेशी नागरिकों को पकड़ा था वे सभी अफगानिस्तान के रहने वाले हैं।
पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया है। एटीएस व क्राइम ब्रांच की पूछताछ में उनसे कई अहम सुराग मिले हैं।
बुधवार को एसपी विकास कुमार ने नगर थाना में प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि गिरफ्तार लोगों की शिनाख्त अफगानिस्तन देश के पकटीका राज्य के शारन जिला निवासी मो दाउद उर्फ शेरगुल, मो. कमरान उर्फ मो. राजा खां, मो. फजल खान उर्फ समुत खान, मो.राजा उर्फ राजा खान, गुलाम मोहम्मद के रूप में हुई है। उन लोगों के पास से पांच लाख दो हजार नगद, एक करोड़ रुपये के लेन-देन से संबंधित कागजात, 15 मोबाइल, तीन एटीएम कार्ड, कई क्लोन कार्ड, पांच पैन कार्ड, चार आधार कार्ड एवं कई क्लोन आधार कार्ड, आवासीय प्रमाण पत्र, चार बाइक को जब्त किया गया है।
इस मामले में पांचों अफगानी सहित मकान मालिक चौधरी मुहल्ला निवासी मो. मोनाजिर और एक अफगानी नागरिक अलमर खान के खिलाफ फॉरेन अधिनियम, मनी लांड्रिंग अधिनियम व आईपीसी की अन्य सुसंगत धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। एसपी ने बताया कि मकान मालिक मोनाजिर और एक अफगानी नागरिक अलमर छापेमारी के के दौरान ही फरार हो गया। इन लोगों की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी लगातार छापेमारी कर रही है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार पांच विदेशी नागरिकों में से तीन के पास टूरिस्ट वीजा है। दो के पास किसी प्रकार का वीजा नहीं है।
पांच साल से पहचान छिपाकर रह रहे थे छह अफगानी नागरिक
एसपी ने बताया कि हिरासत में लिए गए विदेशी नागरिकों से हुई पूछताछ और मिले साक्ष्य से यह बात सामने आया है कि पिछले पांच वर्ष से अधिक समय से अफगानी नागरिक शहर के चौधरी मुहल्ला में रह रहे थे। वे लोग नाम छिपाकर न केवल कटिहार में बल्कि, किशनगंज, कोलकाता, गुवाहाटी में भी रहते थे। सभी आरोपी अफगानिस्तान, पाकिस्तान और नेपाल की यात्रा भी कर चुके हैं।
अनुसंधान में यह बात सामने आई है कि चौधरी मोहल्ला के मोनाजिर ने विदेशी नागरिक को अपने घर में न केवल शरण दी बल्कि फर्जी तरीके से भारत का स्थाई नागरिक बनने में सहयोग भी किया। इन लोगों ने कटिहार के चौधरी मोहल्ला में मोनाजिर के घर को भाड़ा पर लिया और अपने नाम या दूसरे के नाम पर जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, बैंक का पासबुक, पैन कार्ड चौधरी मोहल्ला के पता पर ही बनवाया। वे लोग कई बार पाकिस्तान और अफगानिस्तान के नागरिकों से बातचीत कर चुके हैं।
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