
असम-मिजोरम सीमा विवाद : दो और धमाके
गुवाहाटी/आइजोल, 11 जुलाई (भाषा) असम के कछार जिले में निष्कासन अभियान के दौरान मिजोरम के कथित शरारती तत्वों द्वारा संदिग्ध ‘आईईडी’ धमाका करने के एक दिन बाद रविवार को मिजोरम की सीमा में एक के बाद एक दो धमाके हुए। असम पुलिस के सूत्रों ने यह जानकारी दी।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिश्व सरमा ने मिजोरम के अपने समकक्ष जोरामथांगा को नयी दिल्ली में दोनों राज्यों के वरिष्ठ अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक के कुछ दिन बाद हुई घटनाओं की जानकारी दी है।
जिले के खुलीचेरा इलाके में तनाव व्याप्त है और खबर है कि कुछ दिन पहले मिजोरम के कुछ लोग असम की सीमा में साढ़े छह किलोमीटर अंदर आ गए जिसके बाद असम पुलिस और नागरिक प्रशासन ने निष्कासन अभियान शुरू किया।
असम पुलिस के सूत्र ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘मिजोरम की सीमा से तड़के 2.40 बजे और 2.43 बजे दो धमाकों की आवाज सुनी गई। खुलीचेरा के प्वांइट-दो पर तटस्थ बल के रूप में तैनात केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों से मिजोरम की सीमा में हुए संदिग्ध धमाकों का पता लगाने को कहा गया है।’’
उन्होंने बताया कि स्थिति सामान्य है लेकिन अब भी तनाव बना हुआ है। सीमावर्ती इलाकों में असम पुलिस के जवान सतर्क हैं। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (सीमा) हरमीत सिंह मौके पर डेरा डाले हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि शनिवार को असम सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल को निशाना बनाकर धमाका किया गया जो सीमा के साथ सड़क निर्माण का मुआयना करने आए थे लेकिन इस धमाके में कोई हताहत नहीं हुआ। इस प्रतिनिधिमंडल में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी शामिल थे।
सूत्र ने बताया कि शुरुआत में माना गया कि यह हथगोले से किया गया हमला है लेकिन बाद में पुलिस ने उपद्रवियों द्वारा धमाके में आईईडी (इम्प्रोवाइस्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) का इस्तेमाल करने का संदेह जताया।
मिजोरम के मुख्यमंत्री ने हालांकि उस खबर को रीट्वीट किया जिसमें कहा गया कि शनिवार को इलाके में कोई हथगोला नहीं फटा और आवाज एक वाहन का टायर फटने से आई।
इस बीच, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिश्व सरमा ने कहा कि उन्होंने मिजोरम के अपने समकक्ष जोरमथंगा को पत्र लिखकर सीमा विवाद का समाधान उपग्रह मानचित्रण की मदद से करने को कहा है।
उन्होंने कहा,‘‘पूर्ण शांति के लिए, हम अंतर-सीमा को केंद्रीय पुलिस बल को सौंप देंगे और इसके बाद सीमा विवाद का समाधान करेंगे। हम असम की संवैधानिक सीमा में सड़क का निर्माण कर रहे हैं। हम एक इंच जमीन भी मिजोरम की नहीं लेंगे।’’
असम और मिजोरम की नौ जुलाई को उच्च स्तरीय बैठक नयी दिल्ली में हुई थी जिसमें दोनों राज्यों के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक शामिल हुए थे।
असम के पुलिस महानिदेशक ज्योति महंता ने रविवार को ट्वीट किया, ‘‘ सीमा मामले पर मिजोरम के मुख्य सचिव एल चुआंगा और पुलिस महानिदेशक एसबीके सिंह के साथ हाल में दिल्ली में बैठक हुई। असम का प्रतिनिधित्व मुख्य सचिव जीश्नु बरुआ और मेरे द्वारा की गई। इसका उद्देश्य सीमा विवाद का सर्वमान्य हल तलाशना था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम जमीन पर बहुत संयम बरत रहे हैं। मैं अपने मिजो भाइयों से अनुरोध करूंगा कि वे असम में लोगों पर और अधिकारियों पर हमले नहीं करें। असम पुलिस मदद को वहां मौजूद है और जिला अधिकारी राज्य की संवैधानिक सीमा की रक्षा के लिए हैं।’’
गौरतलब है कि असम और मिजोरम के बीच लंबे समय से सीमा विवाद चल रहा है। दोनों राज्यों के बीच बराक घाटी के कछार, हैलाकांडी और करीमनगर जिले में सीमा को लेकर विवाद है।
वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक नवीनतम तनाव की स्थिति तब उत्पन्न हुई जब शनिवार को मिजोरम से 25 से 30 लोग खुलीचेरा सीआरपीएफ शिविर से 25 मीटर आगे आ गए और असम के भीतर जमीन का अतिक्रमण करने , वन मार्ग को साफ करने और सड़क निर्माण कार्य को रोकने की कोशिश की।