
मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाने व स्वास्थ्य सेवा में सुधार की कवायद तेज
जिले में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार को लेकर संचालित विशेष मुहिम हर कदम-बढ़ते कदम के तहत निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति का प्रयास तेज हो चुका है। जिले में मातृ-शिशु मृत्यु दर के मामलों में कमी लाने व स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार को लेकर विशेष मुहिम को ज्यादा कारगर व असरदार माना जा रहा है। लिहाजा इसकी सफलता को लेकर हर स्तर पर विभागीय प्रयास किये जा रहे हैं। विभिन्न चिकित्सा संस्थानों में आयोजित एएनएम की साप्ताहिक बैठक में भी विशेष मुहिम की सफलता का मामला छाया रहा। सिविल सर्जन के निर्देश पर वरीय स्वास्थ्य अधिकारियों की मौजूदगी में आयोजित समीक्षात्मक बैठक में वीएचएएसएनडी सत्र के सफल संचालन व मातृ शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रमों की सफलता का मामला छाया रहा। अररिया पीएचसी में आयोजित बैठक की अध्यक्षता डीआईओ डॉ मोईज ने की। वहीं नरपतगंज में सिविल सर्जन व पलासी में एसीएमओ की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया।
स्वास्थ्य सेवाओं में गुणात्मक सुधार का है प्रयास:
सिविल सर्जन ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में गुणात्मक सुधार, समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों तक सेवाओं की पहुंच, लाभुक व सेवाप्रदाता के बीच बेहतर समन्वय व विश्वास का माहौल पैदा करना हर कदम बढ़ते कदम अभियान का प्राथमिक उद्देश्य है। इसके लिये वीएचएसएनडी सत्र का सफल क्रियान्वयन जरूरी है। प्रत्येक सत्र पर 55 लाभुकों को सेवा उपलब्ध कराना हमारा लक्ष्य है। प्रति सत्र चार-चार गर्भवती महिलाओं को प्रथम, द्वितीय, तृतीय व चतुर्थ एएनसी जांच सुनिश्चित कराया जाना है। प्रति सत्र दो प्रसव संबंधी जटिल मामलों को चिह्नित किया जाना है। कम से कम 05 योग्य दंपतियों को परिवार नियोजन संबंधी उपलब्ध विकल्पों के प्रति जागरूक करना, 05 किशोरों को अल्बेंडाजोल, आईएफए की दवा वितरण, पोषक क्षेत्र के कम से कम 15 लोगों को ओपीडी की सेवा मुहैया कराना है।