Home खास खबर सेहरा बांधने से पहले उठी अर्थी; 3 बहनों का इकलौता भाई 2 साल बाद लाश बनकर लौटेगा कुवैत से

सेहरा बांधने से पहले उठी अर्थी; 3 बहनों का इकलौता भाई 2 साल बाद लाश बनकर लौटेगा कुवैत से

6 second read
Comments Off on सेहरा बांधने से पहले उठी अर्थी; 3 बहनों का इकलौता भाई 2 साल बाद लाश बनकर लौटेगा कुवैत से
0
145

सेहरा बांधने से पहले उठी अर्थी; 3 बहनों का इकलौता भाई 2 साल बाद लाश बनकर लौटेगा कुवैत से

 कुवैत में हुए भीषण अग्निकांड में बिहार के दरभंगा का कालू खान भी मारा गया, जो 2 साल बाद घर लौटेगा, लेकिन दर्दनाक बात यह है कि वह जिंदा नहीं, बल्कि लाश बनकर लौटेगा। जब से उसकी मौत की खबर पहुंची है, परिवार में कोहराम मचा है।

मां सेहरा बांधने की तैयारी कर रही थी। 3 बहनों का इकलौता भाई था और घर में अकेला कमाने वाला था। 2 साल बाद 5 जुलाई को घर आने वाला था, क्योंकि 15 जुलाई को उसकी शादी थी, लेकिन शादी की खुशियां एक रात में मातम में बदल गईं। जिस भाई को 2 साल से राखी नहीं बांधी थी, वही लाश बनकर घर लौटेगा।

एक मां और उसकी बेटियों पर ऐसा कहर टूटा है कि बदहवासी छाई हुई है। यह दर्दनाक कहानी बिहार के दरभंगा जिले के भालपट्टी पुलिस थाने के तहत आने वाले नैनाघाट इलाके में रहने वाले कालू खान की, जो कुवैत में हुए भीषण अग्निकांड में मारा गया। हादसे की रात को कालू की अपनी मां और बहनों से आखिरी बात हुई थी। उसके बाद अगली सुबह उसकी मौत होने की खबर ने मां-बहनों को झकझोर दिया।

DNA से हुई शिनाख्त, घर में मचा कोहराम

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कुवैत के मंगाफ शहर में बनी NBTC की बिल्डिंग में लगी आग में 50 लोग मारे गए, जिनमें 45 भारतीय शामिल हैं। 48 मृतकों की पहचान DNA टेस्ट से हुई। इन्हीं मृतकों में कालू खान शामिल है, जिसके परिवार में कोहराम मचा हुआ है। कालू के रिश्तेदार सरफराज ने बताया कि NBTC ग्रुप के HR मैनेजर ने गुरुवार शाम को फोन करके कालू की अग्निकांड में जलकर मौत होने की पुष्टि की।

परिवार ने एंबेसी से कॉन्टैक्ट किया, जिन्होंने पासपोर्ट की कॉपी मांगी। कालू के दोस्त मोहम्मद अरशद के अनुसार, परिवार से उसकी आखिरी बार मंगलवार रात को बात हुई थी। क्योंकि शादी की तैयारियां चल रही थी, इसलिए वह घर में बिजली की तारें लगवाने के लिए पैसे भेजने को कह रहा था कि अचानक फोन कट गया। इसके बाद कालू की मौत होने की खबर आई।

NBTC ग्रुप की सुपर मार्केट में सेल्समैन था कालू

मीडिया से बात करते हुए कालू खान की मां मदीना खातून ने बताया कि कालू 7 साल से कुवैत में था और 2 साल पहले अगस्त 2022 में घर आया था। उसकी 3 बहनें हैं, लेकिन एक की मौत हो चुकी है। उसके पिता मोहम्मद इस्लाम की 2011 में मौत हो गई थी, जिसके बाद वह घर में इकलौता कमाने वाला था, लेकिन एक हादसे ने मां-बहनों से उनके जीने का सहारा छीन लिया। 5 जुलाई को घर आने वाला था और 15 जुलाई को नेपाल की लड़की से उसकी शादी थी, लेकिन अग्निकांड में सारी खुशियां जलकर राख हो गईं। कालू NBTC ग्रुप की सुपर मार्केट में सेल्समैन था।

Load More Related Articles
Load More By Seemanchal Live
Load More In खास खबर
Comments are closed.

Check Also

ड्रोन हादसे में बाल-बाल बचे तेजस्वी यादव, मंच से भाषण के दौरान मचा हड़कंप

पटना, बिहार:रविवार को पटना के गांधी मैदान में आयोजित ‘वक्फ बचाओ संविधान बचाओ’ सम्मेलन के द…