
‘वह जो कह रही गलत है’ मृत्यु कुंभ विवाद में Mamata Banerjee पर भड़के Mithun Chakraborty
Mithun Chakraborty Break Silence On Mahakumbh Controversy: महाकुंभ 2025 पर ममता बनर्जी की “मृत्यु कुंभ” टिप्पणी से विवाद बढ़ गया। अब मिथुन चक्रवर्ती ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी और सनातन धर्म के बारे में बात की।
Mithun Chakraborty Break Silence On Mahakumbh Controversy: एक तरफ को प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ (Mahakumbh) में लोग आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर महाकुंभ पर राजनीति भी चल रही है। हाल ही में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महाकुंभ को मृत्यु कुंभ कह कर संबोधित किया था। इस बात से राजनीतिक विवाद बढ़ गया था, अब एक्टर मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakraborty) ने इस विवाद पर चुप्पी तोड़ते हुए ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) को खरी-खोटी सुनाई है और सनातन धर्म पर गर्व करते हुए लोगों को पवित्र स्नान का महत्व बताया है।
सनातन धर्म पर गर्व है
ममता बनर्जी हों या फिर अखिलेश यादव कई नेताओं ने महाकुंभ के नाम पर अपनी रोटियां सेकी हैं। बीते दिन मिथुन चक्रवर्ती ने महाकुंभ पर अपनी राय रखी और कहा कि ये सबी कुछ गलत है वो बोलेंगे। लेकिन जो आंखें देख रही हैं वो क्या गलत है, अब तक 70 करोड़ से ज्यादा लोग यहां आकर पुण्य स्नान कर चुके हैं क्या वो गलत है? मिथुन ने ममता और उन लोगों पर तंज कसते हुए कहा कि बस इतना समझ लीजिए कि लोगों ने समझ लिया है कि सनातन धर्म की ताकत क्या है।
सनातनी होने पर जताया गर्व
मिथुन चक्रवर्ती ने महाकुंभ में पवित्र स्नान के बारे में बात की और साथ में अपने सनातन धर्म पर गौरव करते हुए कहा कि गर्व से कहो कि हम सनातनी हैं। पूछे जाने पर कि ममता ने महाकुंभ को मृत्यु कुंभ कहा था इस पर आप क्या कहेंगे। मिथुन दादा ने अप्रत्यक्ष रूप से ममता बनर्जी पर भड़कते हुए कहा कि मैं ये कह रहा हूं कि आंखों से देखिए ये पवित्र स्नान है। 70 करोड़ लोग ऐसे ही नहीं आ जाते। कौन क्या कह रहा है उससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता, न ही कोई लेना-देना है। मैंने जो देखो वो बोला है कि सनातन धर्म की ताकत देखिए ये है हमारा सनातन धर्म।
क्या बोली थीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री
जानकारी के लिए बता दें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महाकुंभ को लेकर कहा था कि ये 144 साल बाद आएगा, यह सही नहीं है। उन्होंने प्रयागराज में हो रहे हादसों को मद्देनजर रखते हुए महाकुंभ को मृत्यु कुंभ तक कह दिया था, जिस पर सनातनी भड़क गए थे।