
पटना, 15 जून 2025 – बिहार की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर डॉ. भीमराव अंबेडकर का अपमान करने का गंभीर आरोप लगाया है। इस आरोप के समर्थन में भाजपा ने एक वीडियो भी साझा किया है, जो कथित तौर पर लालू यादव के जन्मदिन के कार्यक्रम का है।
वीडियो में दिख रहा है कि एक व्यक्ति लालू यादव के पास जाकर बाबा साहेब की तस्वीर उनके चरणों के पास रखता है और फिर फोटो खिंचवाकर चला जाता है। इसी वीडियो को लेकर बीजेपी ने लालू पर निशाना साधा है।
BJP का आरोप: “दलित आराध्य का अपमान”
BJP नेताओं का कहना है कि लालू यादव दशकों से खुद को सामाजिक न्याय का मसीहा बताते हैं, लेकिन बाबा साहेब को अपमानित करके उन्होंने अपनी मानसिकता उजागर की है।
“जो बाबा साहेब ने संविधान से न्याय दिलाया, आज उन्हें ज़मीन पर गिरा देना सिर्फ अपमान नहीं, एक सोच का खुलासा है,” – BJP प्रवक्ता
तेजस्वी यादव का पलटवार: “बीमार पिता को बदनाम करने की साजिश”
तेजस्वी यादव ने BJP के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा:
“लालू जी 78 वर्ष के हैं, उनका किडनी ट्रांसप्लांट हुआ है, तबीयत खराब रहती है। फिर भी दिन भर 10 घंटे आम जनता से मिलते हैं। भाजपा को शर्म आनी चाहिए जो ऐसे झूठे वीडियो के सहारे झूठ फैला रही है।”
उन्होंने यह भी कहा कि BJP को बुजुर्ग नेताओं से सीखना चाहिए, जो इस उम्र में भी जनता से जुड़े हुए हैं।
क्या है वीडियो में?
वीडियो में एक व्यक्ति बाबा साहेब की फोटो लेकर लालू यादव के पास आता है। वह नीचे फोटो रखता है, फोटो खिंचवाता है और फिर हाथ जोड़कर चला जाता है। लालू न तो फोटो को छूते हैं, न कुछ कहते हैं।
BJP का कहना है कि यह जानबूझकर किया गया अपमान है। जबकि RJD इसे साज़िश और वीडियो एडिटिंग का खेल बता रही है।
राजनीतिक विश्लेषण: दलित वोट बैंक पर सीधा हमला?
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले सभी दल दलित मतदाताओं को लुभाने में जुटे हैं। ऐसे में यह विवाद राजनीतिक एजेंडे और ध्रुवीकरण का हिस्सा बन सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि BJP इस मुद्दे को भावनात्मक रूप से भुनाना चाहती है, जबकि RJD इसे झूठा नैरेटिव बताकर खारिज कर रही है।