
पटना:
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 जैसे-जैसे करीब आ रहा है, राज्य की राजनीति में हलचल बढ़ती जा रही है। बुधवार को तेजस्वी यादव के आवास पर महागठबंधन की अहम बैठक बुलाई गई, लेकिन इस बैठक में वीआईपी (Vikassheel Insaan Party) प्रमुख मुकेश सहनी शामिल नहीं हुए। उनकी जगह पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बैठक में मौजूद थे।
क्या है वजह?
मुकेश सहनी की गैरमौजूदगी को लेकर कई तरह के राजनीतिक कयास लगाए जा रहे हैं। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, वे पारिवारिक कारणों से बाहर गए थे, जबकि दूसरी ओर यह भी चर्चा है कि महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर असहमति है। सहनी ने हाल ही में 60 सीटों की मांग की थी, जिससे INDIA गठबंधन में हलचल मच गई थी।
एनडीए में एंट्री की तैयारी?
सहनी पहले भी एनडीए सरकार में मंत्री रह चुके हैं। हालांकि, बीजेपी से अनबन के चलते उन्होंने इस्तीफा दे दिया था और बीजेपी ने उनके चार विधायकों को अपनी पार्टी में शामिल कर लिया था। अब एक बार फिर चर्चा है कि मुकेश सहनी एनडीए में वापसी कर सकते हैं।
एनडीए का ऑफर
केंद्रीय मंत्री और ‘हम’ पार्टी प्रमुख जीतनराम मांझी ने खुले तौर पर मुकेश सहनी को एनडीए में आने का न्योता दिया है। उनका कहना है कि निषाद समुदाय का हित एनडीए के साथ ही सुरक्षित है।
तेजस्वी की मुश्किलें
INDIA गठबंधन में तेजस्वी यादव के लिए सभी दलों को संतुलित रखना एक बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। एक ओर सीट शेयरिंग को लेकर दबाव है तो दूसरी ओर गठबंधन की एकता भी दांव पर है।