
पटना: शिक्षक दिवस 2025 का जश्न इस बार बिहार में खास रहा। राजधानी पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित एक भव्य समारोह में राज्यभर से चुने गए 72 उत्कृष्ट शिक्षकों को राजकीय शिक्षक पुरस्कार 2025 से नवाजा गया।
72 शिक्षकों को मिला सम्मान
शिक्षा विभाग की ओर से जारी सूची के अनुसार, इस बार पुरस्कार पाने वाले शिक्षकों में 29 महिला शिक्षक भी शामिल हैं। प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च माध्यमिक और उर्दू विद्यालयों के शिक्षकों व प्रधानाध्यापकों को मंच पर बुलाकर प्रशस्तिपत्र, स्मृति-चिह्न और ₹30,000 की नकद राशि दी गई।
समारोह में शिक्षा मंत्री और विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने शिक्षकों को सम्मानित किया।
खगड़िया के लिए गौरव का क्षण
खगड़िया जिले से भी दो शिक्षकों का नाम इस सूची में शामिल हुआ है।
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अनुराधा कुमारी, प्रधानाध्यापिका, उच्च माध्यमिक विद्यालय मथुरापुर
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विजय कुमार निराला, प्रधानाध्यापक, मिडिल स्कूल उसरी
अनुराधा कुमारी ने खुशी जाहिर करते हुए कहा,
“हमारी शैक्षणिक मेहनत को सरकार ने पहचाना है, यह हमारे लिए गर्व की बात है।”
जिला शिक्षा पदाधिकारी अमरेंद्र कुमार गोंड ने भी कहा,
“जब शिक्षक ईमानदारी से अपनी जिम्मेदारी निभाते हैं तो वे खुद ही सम्मान के पात्र बन जाते हैं।”
चयन की प्रक्रिया
राजकीय शिक्षक पुरस्कार के लिए चयन समिति ने कई मानकों को आधार बनाया—
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नवीन शैक्षिक प्रयोग
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विद्यालय में सुधार की पहल
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छात्रों की उपलब्धियां
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समाज के प्रति योगदान
यही वजह है कि इस बार चुने गए शिक्षक शिक्षा के स्तर को ऊंचाई देने में मिसाल बन रहे हैं।
समाज के लिए प्रेरणा
शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह पुरस्कार सिर्फ व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए प्रेरणा है। संदेश साफ है—
सीमित संसाधनों के बावजूद जो शिक्षक शिक्षा को प्राथमिकता देते हैं, वही समाज में बदलाव के असली वाहक हैं।