
Tejashwi Yadav का औचक निरीक्षण: Purnea Government Medical College and Hospital में बदहाल व्यवस्था, गंदगी और संसाधनों की भारी कमी उजागर
बिहार चुनावी सरगर्मी के बीच नेता प्रतिपक्ष का बड़ा कदम
Bihar Election 2025 से पहले बिहार की सियासत में तेजी आ गई है। इसी बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शनिवार देर रात पूर्णिया गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (GMCH) का औचक निरीक्षण कर सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया। जनसभा के बाद अचानक पहुंचे तेजस्वी ने अस्पताल की जर्जर व्यवस्था और गंदगी को कैमरे में कैद कर जनता के सामने पेश किया।
मरीजों की दुर्दशा देख भड़के तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर जारी वीडियो में अस्पताल की भयावह तस्वीरें साझा कीं।
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जमीन पर सोई एक छोटी बच्ची
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एक-एक बेड पर तीन-तीन मरीजों की भीड़
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गंदगी से भरे बाथरूम
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टूटी खिड़कियां और बदबूदार वार्ड
तेजस्वी ने सवाल उठाया कि यह किसी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का नहीं, बल्कि एक मेडिकल कॉलेज का हाल है। उन्होंने पूछा कि जिस अस्पताल में ICU तक नहीं है, वहां गंभीर मरीजों का इलाज आखिर कैसे हो रहा होगा?
खामियों की लंबी लिस्ट
औचक निरीक्षण के दौरान तेजस्वी ने GMCH में कई गंभीर खामियां गिनाईं—
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ICU और ट्रॉमा सेंटर का अभाव
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कार्डियोलॉजी विभाग तक नहीं
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255 स्वीकृत नर्सों में केवल 55 कार्यरत (वो भी तीन शिफ्टों में)
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80% चिकित्सकों के पद खाली
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एक भी स्थायी ड्रेसर नहीं, केवल 4 OT सहायक
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23 विभागों में से कई बंद पड़े
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मेडिकल इंटर्न्स को 6 महीने से वेतन नहीं मिला
तेजस्वी ने कहा कि यहां इलाज के नाम पर सिर्फ औपचारिकता हो रही है और मरीज मजबूरी में निजी अस्पतालों की शरण ले रहे हैं, जहां रोजाना 10 हजार से ज्यादा लोग इलाज कराने जाते हैं।
भ्रष्टाचार का आरोप और सरकार पर हमला
तेजस्वी ने एनडीए सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि मंत्री और अधिकारी भ्रष्टाचार में डूबे हैं।
उन्होंने कहा, “हजारों करोड़ रुपये खर्च कर बिल्डिंग तो बनवा दी जाती है, लेकिन डॉक्टर, नर्स, लैब टेक्नीशियन और स्वास्थ्यकर्मियों की नियुक्ति नहीं की जाती। महंगे उपकरण कमीशनखोरी के लिए खरीदे जाते हैं, लेकिन उन्हें चलाने वाले विशेषज्ञ नहीं रखे जाते।”
पीएम मोदी को दी चुनौती
तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री Narendra Modi पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा,
“कल प्रधानमंत्री पूर्णिया आ रहे हैं। ऊंचे पद पर बैठकर बड़ी-बड़ी बातें करने से पहले उन्हें अपनी डबल इंजन सरकार की विफलताओं का सच देखना चाहिए। अगर हिम्मत है तो इस मेडिकल कॉलेज का दौरा करें और 2005 के बाद वाले मुख्यमंत्री को भी साथ लाएं।”