
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही पुलिस और प्रशासन ने अपनी सक्रियता तेज कर दी है। इसी बीच आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने राज्य का अब तक का सबसे बड़ा साइबर क्राइम खुलासा किया है।
जांच में सामने आया है कि एक गिरोह लोगों का डुप्लीकेट आधार कार्ड बनाकर साइबर अपराधियों को बेच रहा था।
मधेपुरा से तीन गिरफ्तार
-
EOU ने मधेपुरा जिले से तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है।
-
गिरफ्तार आरोपियों के नाम हैं: रामप्रवेश कुमार, विकास कुमार और मिथिलेश कुमार।
-
यह गिरोह फर्जी वेबसाइट बनाकर आम लोगों का आधार डेटा इकट्ठा करता था।
-
इकट्ठा किए गए डेटा का गैरकानूनी कारोबार और दुरुपयोग किया जाता था।
गूगल-यूट्यूब से सीखी थी ट्रेनिंग
जांच में बड़ा खुलासा हुआ है—
-
आरोपियों ने इस अपराध की तकनीक गूगल और यूट्यूब से सीखी थी।
-
फर्जी साइट तैयार करके ये लोग बड़े पैमाने पर आधार डेटा चोरी कर रहे थे।
-
एडीजी EOU नैय्यर हसनैन खान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा—
“देश में इस तरह का खुलासा पहली बार हुआ है। यह गंभीर मामला है और भविष्य में इसे रोकने के लिए भारत सरकार को एक मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) बनानी चाहिए।”
साइबर सेल को अलर्ट
-
ADG ने कहा कि यह मामला सिर्फ बिहार तक सीमित नहीं है, बल्कि देश के अन्य राज्यों में भी असर डाल सकता है।
-
पुलिस मुख्यालय ने साइबर सेल और विशेष इकाइयों को निर्देश दिया है कि ऐसे अपराधों पर कड़ी निगरानी रखी जाए।
-
चुनाव के मद्देनजर सीमांचल और बॉर्डर इलाकों में जागरूकता अभियान और सघन जांच की योजना बनाई गई है।
मादक पदार्थों की तस्करी पर भी बड़ा खुलासा
EOU ने नशे के कारोबार पर भी रिपोर्ट दी।
-
नागालैंड और नॉर्थ-ईस्ट के इलाकों से नशे की सप्लाई बिहार तक हो रही है।
-
ओडिशा अब नशे का बड़ा केंद्र बनकर उभरा है।
-
पश्चिम बंगाल और नेपाल से भी मादक पदार्थ की आपूर्ति हो रही है।
“चुनाव नजदीक हैं, ऐसे में हमारी प्राथमिकता है कि नशे के कारोबार और साइबर अपराध पर पूरी तरह रोक लगे।”
— नैय्यर हसनैन खान, ADG EOU
पेपर लीक मामले में गिरफ्तारी
सिर्फ साइबर और नशे का ही नहीं, बल्कि पेपर लीक माफिया पर भी बड़ी कार्रवाई हुई है।
-
पुलिस ने अश्विनी कुमार उर्फ बबलू को गिरफ्तार किया।
-
वह NEET पेपर लीक मामले का मुख्य आरोपी रहा है।
-
साथ ही SSC परीक्षाओं में गड़बड़ियों में भी उसकी अहम भूमिका बताई गई है।
-
पुलिस को उम्मीद है कि इस गिरफ्तारी से पेपर माफिया नेटवर्क की बड़ी कड़ियां खुलेंगी।
एक्शन मोड में बिहार पुलिस
बिहार पुलिस ने एक साथ तीन बड़े मामलों में कार्रवाई कर अपनी सक्रियता साबित की है—
-
डुप्लीकेट आधार कार्ड गिरोह का भंडाफोड़
-
नशे के कारोबार पर बड़ी रोकथाम
-
पेपर लीक माफिया का पर्दाफाश
इन कार्रवाइयों से साफ है कि चुनावी मौसम में पुलिस पूरी तरह एक्शन मोड में है और राज्य को सुरक्षित व पारदर्शी माहौल देने की तैयारी में है।