
नयी दिल्ली, 29 सितंबर (भाषा): बिहार की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। गृह मंत्री अमित शाह ने एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) को 160 से अधिक सीटें दिलाने की अपील की। इसके जवाब में कांग्रेस ने तीखा हमला बोलते हुए कहा कि शाह की उम्मीदें “वोट चोरी” और “वोट रेवड़ी” की राजनीति पर आधारित हैं।
अमित शाह का बयान: 160 से अधिक सीटों का दावा
बिहार चुनाव में एनडीए का लक्ष्य
अमित शाह ने एक सभा में कहा कि बिहार की जनता एनडीए को भारी समर्थन देगी और गठबंधन 160 से ज्यादा सीटें जीतकर सरकार बनाएगा।
शाह की अपील का संदर्भ
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बिहार में विकास की रफ्तार तेज हुई है और जनता इस बार भी एनडीए पर भरोसा करेगी।
कांग्रेस का पलटवार
जयराम रमेश का तीखा बयान
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शाह के दावे को सिरे से खारिज कर दिया।
“वोट चोरी और वोट रेवड़ी” का आरोप
उन्होंने कहा, “शाह की उम्मीदें वोट चोरी और वोट रेवड़ी पर टिकी हैं। लेकिन बिहार की जागरूक जनता इस साजिश को नाकाम कर देगी।”
बिहार में महागठबंधन की स्थिति
महागठबंधन के प्रमुख दल
बिहार में महागठबंधन में कांग्रेस, राजद (राष्ट्रीय जनता दल), वामपंथी दल और अन्य क्षेत्रीय पार्टियाँ शामिल हैं।
जनता का रुझान और राजनीतिक समीकरण
कांग्रेस का दावा है कि जनता महागठबंधन के पक्ष में है और इस बार सत्ता परिवर्तन निश्चित है।
दिल्ली तक पहुंचेगा असर: कांग्रेस
जयराम रमेश ने कहा कि बिहार में एनडीए की हार का सबसे पहला झटका दिल्ली की सत्ता को लगेगा और इससे राष्ट्रीय राजनीति में भी बदलाव देखने को मिलेगा।
बिहार चुनावों की सियासी अहमियत
राष्ट्रीय राजनीति पर असर
बिहार विधानसभा चुनाव का असर राष्ट्रीय राजनीति पर सीधा पड़ता है। यह न केवल स्थानीय बल्कि केंद्र की सियासत को भी प्रभावित करता है।
भविष्य की रणनीति
महागठबंधन और एनडीए दोनों ही इस चुनाव को अपने भविष्य की सियासी जमीन मजबूत करने के नजरिए से देख रहे हैं।
जनता की प्रतिक्रिया और सोशल मीडिया बहस
सोशल मीडिया पर शाह और कांग्रेस के बयानों पर बहस तेज हो गई है। कुछ लोग इसे चुनावी बयानबाजी मान रहे हैं, तो कुछ इसे आने वाले राजनीतिक संघर्ष की झलक बता रहे हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
प्रश्न 1: अमित शाह ने बिहार में कितनी सीटों का दावा किया?
उत्तर: उन्होंने एनडीए के लिए 160 से अधिक सीटों का दावा किया।
प्रश्न 2: कांग्रेस ने शाह के बयान पर क्या प्रतिक्रिया दी?
उत्तर: कांग्रेस ने आरोप लगाया कि शाह की उम्मीदें “वोट चोरी” और “वोट रेवड़ी” पर आधारित हैं।
प्रश्न 3: जयराम रमेश ने क्या कहा?
उत्तर: उन्होंने कहा कि बिहार की जागरूक जनता एनडीए की साजिश को नाकाम कर देगी।
प्रश्न 4: महागठबंधन में कौन-कौन शामिल हैं?
उत्तर: राजद, कांग्रेस, वामपंथी दल और कुछ क्षेत्रीय दल।
प्रश्न 5: इस विवाद का असर कहाँ होगा?
उत्तर: कांग्रेस का दावा है कि इसका असर दिल्ली की राजनीति पर भी होगा।
निष्कर्ष: बिहार की जागरूक जनता का फैसला
अमित शाह और कांग्रेस के बीच बयानबाजी से यह साफ है कि बिहार चुनाव अब और भी रोमांचक और तगड़े मुकाबले की ओर बढ़ रहा है। अंतिम फैसला जनता के हाथ में है, और वही तय करेगी कि किसकी रणनीति सफल होती है।