
काठमांडू, 1 अक्टूबर (भाषा):
नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने बुधवार को अपने सरकारी आवास में महानवमी के अवसर पर ‘कन्या पूजा’ की।
यह आयोजन नेपाल के सबसे बड़े धार्मिक त्योहार ‘बड़ा दशईं’ (विजयादशमी) के तहत हुआ, जो दस दिनों तक चलता है। इस दिन पारंपरिक रूप से कन्याओं की पूजा की जाती है और उन्हें देवी शक्ति का स्वरूप माना जाता है।
महानवमी और कन्या पूजा का महत्व
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महानवमी, दशईं (विजयादशमी) का नौवां दिन होता है।
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इस दिन लोग देवी दुर्गा की आराधना करते हैं और कन्याओं को देवी शक्ति का प्रतीक मानकर पूजते हैं।
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नेपाल में यह पर्व विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है।
राष्ट्रपति पौडेल का संदेश
राष्ट्रपति पौडेल ने पूजा के बाद कहा कि दशईं का त्योहार एकता, समृद्धि और धार्मिक सौहार्द का प्रतीक है। उन्होंने सभी नागरिकों को शुभकामनाएं देते हुए समाज में शांति और भाईचारे की अपील की।
बड़ा दशईं : नेपाल का सबसे बड़ा पर्व
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यह त्योहार असत्य पर सत्य और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है।
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विजयादशमी के दौरान परिवार और समाज के लोग एकत्रित होकर धार्मिक अनुष्ठान करते हैं।
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इस पर्व में देवी दुर्गा की पूजा और आशीर्वाद लेने की परंपरा प्रमुख मानी जाती है।
निष्कर्ष
नेपाल के राष्ट्रपति पौडेल द्वारा महानवमी पर किया गया ‘कन्या पूजा’ आयोजन न केवल धार्मिक महत्व को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि यह पर्व नेपाल की सांस्कृतिक एकता और आध्यात्मिक परंपरा का अहम हिस्सा है।