
बिहार चुनाव से पहले तेजस्वी यादव का बड़ा दावा — “महागठबंधन सरकार बनाएगा, बेरोजगारी खत्म करने की शुरुआत 14 नवंबर से होगी”
रिपोर्टर: सीमांच लाइव ब्यूरो
स्थान: पटना, बिहार
तारीख: 14 अक्टूबर 2025
घटना का सारांश:
राजद नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा दावा किया है।
उन्होंने कहा कि महागठबंधन बिहार जीतने जा रहा है, और सरकार बनने के साथ ही 14 नवंबर से बेरोजगारी खत्म करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
तेजस्वी यादव का बयान:
पटना में पत्रकारों से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा —
“हम लोग बिहार जीतने जा रहे हैं।
महागठबंधन सरकार बनाने जा रहा है और 14 नवंबर से बिहार में बेरोजगारी जैसी समस्याएं खत्म होनी शुरू हो जाएंगी।”
उन्होंने आगे कहा —
“सीट बंटवारे को लेकर कोई समस्या नहीं है।
समझौते की घोषणा एक या दो दिनों में कर दी जाएगी।
सब कुछ ठीक है, सब दल एकजुट हैं।”
https://x.com/AHindinews/status/1977781228305838136
सीट बंटवारे पर स्पष्टता:
तेजस्वी यादव का यह बयान उस समय आया है जब
महागठबंधन के अंदर सीट बंटवारे को लेकर
राजद, कांग्रेस और वामदलों के बीच बातचीत चल रही थी।
उन्होंने कहा —
“हमारा उद्देश्य केवल सीट जीतना नहीं,
बल्कि बिहार की जनता का विश्वास जीतना है।
गठबंधन धर्म का पालन करते हुए सबका सम्मान किया जाएगा।”
इससे पहले पप्पू यादव और कांग्रेस के कुछ नेताओं ने
सीमांचल और कोशी क्षेत्रों में अधिक सीटों की मांग की थी।
14 नवंबर का विशेष संदर्भ:
तेजस्वी यादव का “14 नवंबर से बेरोजगारी खत्म होने की शुरुआत” वाला बयान
राजनीतिक रूप से प्रतीकात्मक माना जा रहा है —
क्योंकि 14 नवंबर पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्मदिन है,
जो “बाल दिवस” के रूप में मनाया जाता है।
राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार,
तेजस्वी ने यह तारीख इसलिए चुनी ताकि वह
“नई पीढ़ी और युवाओं” के लिए आशा का संदेश दे सकें।
महागठबंधन की स्थिति:
बिहार में इस वक्त महागठबंधन (राजद, कांग्रेस, माले, सीपीआई, सीपीएम)
एनडीए के खिलाफ संयुक्त रूप से चुनाव लड़ने की तैयारी में है।
सीट बंटवारे को लेकर कई दौर की बातचीत के बाद अब सहमति बन चुकी है।
राजद सूत्रों के अनुसार —
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राजद 100 से 110 सीटों पर लड़ेगी
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कांग्रेस को लगभग 55 सीटें
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वामदलों को करीब 30 सीटें मिलने की संभावना है
तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि “घोषणा से पहले सभी दलों की सहमति बन चुकी है।”
युवाओं और रोजगार पर फोकस:
तेजस्वी यादव ने पिछले दिनों कहा था कि
उनकी सरकार बनने पर 20 महीने में हर परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी।
अब उनके ताजा बयान से यह स्पष्ट है कि
“रोजगार और आर्थिक न्याय” ही
महागठबंधन का मुख्य चुनावी मुद्दा रहेगा।
“बिहार अब बेरोजगारी से मुक्त होगा,
युवाओं के हाथों में काम और किसानों के खेतों में समृद्धि लौटेगी।”
जनता और कार्यकर्ताओं की प्रतिक्रिया:
तेजस्वी यादव के इस बयान के बाद
सोशल मीडिया पर #BiharWinning और #Mahagathbandhan2025
ट्रेंड करने लगे।
राजद कार्यकर्ताओं ने ट्वीट किया —
“तेजस्वी आ रहे हैं — बिहार बदलने वाला है।”
कांग्रेस और वामदलों के नेताओं ने भी
तेजस्वी के बयान का समर्थन किया और कहा कि
महागठबंधन पूरी तरह एकजुट है।
विश्लेषण: आत्मविश्वास का संदेश या रणनीतिक बयान?
राजनीतिक विश्लेषक प्रो. अरुण मिश्रा का कहना है —
“तेजस्वी यादव का यह बयान जनता के बीच
यह संदेश देने के लिए है कि गठबंधन में कोई मतभेद नहीं है।
यह आत्मविश्वास दिखाने की कोशिश है, जो चुनावी मनोविज्ञान में अहम भूमिका निभाता है।”
निष्कर्ष:
तेजस्वी यादव ने बिहार में चुनावी माहौल को
“नकारात्मक राजनीति से सकारात्मक उम्मीद” की ओर मोड़ने की कोशिश की है।
उनका 14 नवंबर वाला बयान युवाओं में नई उम्मीद जगाता है
और यह संदेश देता है कि महागठबंधन सरकार बनने पर
बेरोजगारी और आर्थिक असमानता खत्म करने की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे।
संदर्भ स्रोत:
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[PTI / Language Service – Patna, Oct 11, 2025]
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[RJD Official Media Cell Statement]