
मनोज झा का हमला — “NDA में अब नीतीश नहीं, भाजपा ही तय करती है सीटें और नेतृत्व की भाषा”
रिपोर्टर: सीमांच लाइव ब्यूरो
स्थान: पटना, बिहार
तारीख: 14 अक्टूबर 2025
घटना का सारांश
बिहार NDA में सीट बंटवारे की चर्चा तेज होने के बीच राजद सांसद मनोज कुमार झा ने एक बार फिर भाजपा और जदयू के रिश्तों पर करारा तंज कसा है।
उन्होंने कहा कि NDA में अब 142 और 101 का गणित चल रहा है — जहां भाजपा के पास 142 सीटें और जदयू के हिस्से 101 सीटें जा रही हैं।
उन्होंने व्यंग्यपूर्वक कहा कि नीतीश कुमार जो कभी “बड़े भाई” की भूमिका निभाते थे, अब भाजपा ने उन्हें “राजनीतिक छोटे भाई” में बदल दिया है।
मनोज झा का बयान
पटना में मीडिया से बात करते हुए मनोज झा ने कहा
“मैं इसे 142 और 101 देख रहा हूं — BJP प्लस 142 और JDU 101।
नीतीश कुमार कई वर्षों से भाजपा को कहते हैं कि हम बड़े भाई हैं।
बड़े भाई की भूमिका को भाजपा ने धीरे-धीरे सलीके से नेस्तनाबूद कर दिया, और यह सब उन्हीं के लोगों के द्वारा हुआ।”
उन्होंने आगे कहा कि यह वही भाजपा है जो पहले नीतीश कुमार को “राजनीतिक संतुलन का चेहरा” कहती थी, लेकिन अब उन्हें “सत्ता साझेदारी में सीमित” कर दिया गया है।
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NDA के भीतर चल रही खींचतान
सूत्रों के अनुसार, बिहार NDA में सीट बंटवारे को लेकर भाजपा और जदयू के बीच बातचीत अंतिम चरण में है।
भाजपा चाहती है कि उसे 140 से अधिक सीटें मिलें, जबकि जदयू कम से कम 120 सीटों की मांग पर अड़ी है।
हम पार्टी और लोजपा (रामविलास) को भी कुछ सीटें दिए जाने की संभावना है।
मनोज झा ने इसे लेकर कहा
“भाजपा हर सहयोगी को कमजोर करने की कोशिश करती है,
फिर चाहे वह शिवसेना हो, अकाली दल हो या अब नीतीश कुमार की जदयू।”
राजद का राजनीतिक संदेश
मनोज झा के इस बयान को महागठबंधन की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
राजद यह संदेश देने की कोशिश कर रही है कि NDA के अंदर एकजुटता नहीं है और भाजपा अपने सहयोगियों को धीरे-धीरे कमजोर कर रही है।
राजद नेताओं का मानना है कि इस तरह के बयानों से भाजपा-जदयू गठबंधन के भीतर अविश्वास का माहौल और गहरा हो सकता है।
विश्लेषण
राजनीतिक विश्लेषक प्रो. संतोष सिंह कहते हैं
“मनोज झा का यह बयान सिर्फ व्यंग्य नहीं, बल्कि रणनीतिक टिप्पणी है।
राजद लगातार NDA के भीतर विभाजन की संभावना पर खेल रही है।
भाजपा-जदयू का सीट बंटवारा अगर असंतुलित हुआ, तो इसका सीधा फायदा विपक्ष को मिल सकता है।”
नीतीश कुमार की ‘बड़े भाई’ वाली छवि
एक समय था जब नीतीश कुमार NDA में खुद को “बड़े भाई” के रूप में पेश करते थे।
लेकिन 2020 के बाद से बिहार की राजनीति में समीकरण तेजी से बदले हैं।
लोकसभा 2024 में भाजपा की शानदार जीत और जदयू की सीमित भूमिका ने
NDA के भीतर सत्ता संतुलन को पूरी तरह भाजपा के पक्ष में कर दिया है।
भाजपा की रणनीति
भाजपा फिलहाल बिहार में
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मुख्यमंत्री चेहरा तय किए बिना चुनावी तैयारी कर रही है,
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और ‘मोदी–नीतीश साथ-साथ’ की रणनीति पर काम कर रही है।
हालांकि जदयू के कई नेता इस फॉर्मूले से नाखुश बताए जा रहे हैं।
निष्कर्ष
राजद सांसद मनोज झा का बयान बिहार के चुनावी माहौल में एक नया तंज लेकर आया है।
उन्होंने एक ही वाक्य में NDA के भीतर शक्ति-संतुलन, नीतीश की स्थिति और भाजपा की रणनीति — तीनों पर निशाना साधा।
अब देखना यह है कि भाजपा और जदयू इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं।
संदर्भ स्रोत
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[PTI / भाषा रिपोर्ट – पटना, 12 अक्टूबर 2025]
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[RJD Media Cell Statement]
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[NDTV Hindi – Bihar Politics]