दरभंगा (बिहार):
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और महागठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने बड़ा चुनावी वादा किया है।
दरभंगा में आयोजित जनसभा में उन्होंने कहा कि 20 नवंबर के बाद नया कानून लाया जाएगा, जिसके तहत “हर घर में सरकारी नौकरी सुनिश्चित की जाएगी।”
तेजस्वी ने यह बयान देकर बिहार की सियासत में नई हलचल मचा दी है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, और भाजपा (BJP) पर बेरोजगारी, पलायन और नकारात्मक राजनीति के आरोप लगाए।
तेजस्वी यादव का ऐलान – “हर घर को मिलेगी नौकरी”
जनसभा में तेजस्वी यादव ने कहा —
“जब हमारी सरकार बनेगी, हम एक ऐसा कानून लाएंगे जिससे हर घर में सरकारी नौकरी सुनिश्चित होगी।
कोई भी घर बेरोजगार नहीं रहेगा।
बिहार का युवा अब नौकरी के लिए दर-दर नहीं भटकेगा।”
तेजस्वी ने कहा कि बिहार के युवाओं को ‘न्याय, नौकरी और सम्मान’ देने का समय आ गया है।
उन्होंने जनता से अपील की कि वे “महागठबंधन को चुनें, ताकि बिहार को नई दिशा मिल सके।”
PM मोदी और बीजेपी पर तीखा हमला
तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सीवान रैली का जवाब देते हुए कहा कि बीजेपी “नकारात्मक सोच वाली पार्टी” है।
उन्होंने कहा —
“बीजेपी के लोग कभी सकारात्मक बात नहीं करते।
प्रधानमंत्री गुजरात में फैक्ट्रियां लगवाते हैं, लेकिन बिहार में सिर्फ वोट लेने आते हैं।
20 साल से ये लोग जांच और वादे ही कर रहे हैं, रोजगार देने का कोई काम नहीं किया।”
तेजस्वी ने यह भी आरोप लगाया कि हर चुनाव से पहले भाजपा “जांच और डराने की राजनीति” शुरू कर देती है, लेकिन बिहार की जनता अब “मुद्दों की राजनीति” पर ध्यान दे रही है।
“डबल इंजन सरकार ने दिया सिर्फ बेरोजगारी”
तेजस्वी ने कहा कि 20 वर्षों की एनडीए सरकार ने बिहार को बेरोजगारी और पलायन की स्थिति में पहुंचा दिया है।
उन्होंने कहा —
“अगर इन 20 सालों में चीनी मिलें, पेपर मिलें और उद्योग लगाए जाते,
तो आज बिहार का युवा पलायन नहीं करता।
बीजेपी और नीतीश कुमार ने सिर्फ नारे दिए, रोजगार नहीं।”
तेजस्वी ने कहा कि बिहार में सरकारें आती-जाती रहीं, लेकिन उद्योग लगाने और रोजगार देने की नीयत किसी की नहीं रही।
महागठबंधन की नई घोषणा – “हर घर नौकरी और माय-बहन-मां योजना”
तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन की सरकार बनने पर
“हर घर को नौकरी देने वाला कानून 20 नवंबर के बाद पारित किया जाएगा।”
उन्होंने इसके साथ एक और योजना का ऐलान किया —
₹2500 प्रति माह ‘माय-बहन-मां योजना’, जो महिलाओं को आर्थिक सुरक्षा देगी।
उन्होंने नीतीश कुमार पर तंज कसा —
“नीतीश जी ने ₹10,000 देने की बात कही, लेकिन वो सिर्फ चुनावी ‘घूस’ है, जिसे बाद में वापस ले लिया जाएगा।”
औद्योगिक विकास का वादा – “फिर चालू होंगी चीनी मिलें”
तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि अगर महागठबंधन की सरकार बनती है, तो
रैयाम चीनी मिल, अशोक पेपर मिल, और अन्य बंद पड़े उद्योग
20 महीने के भीतर फिर से चालू कर दिए जाएंगे।
उन्होंने कहा —
“अगर हम वादा पूरा नहीं कर पाए, तो जो सजा जनता देगी, वो हमें मंजूर होगी।”
उन्होंने इसे “बिहार के औद्योगिक पुनर्जागरण का रोडमैप” बताया।
“बीजेपी समाज को बांटती है, हम रोजगार की बात करते हैं”
तेजस्वी यादव ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि
“बीजेपी हमेशा हिंदू-मुस्लिम के नारे लगाती है।
लेकिन बिहार की जनता अब इन बातों में नहीं फंसेगी।
जनता मुद्दों की बात करती है, और हम मुद्दों पर बात कर रहे हैं –
नौकरी, शिक्षा, उद्योग और सम्मान पर।”
उन्होंने कहा कि महागठबंधन का एजेंडा “रोजगार और विकास” है, जबकि बीजेपी का एजेंडा “धार्मिक ध्रुवीकरण” है।
जनसभा में उमड़ी भीड़ – “बदलाव का माहौल”
दरभंगा की जनसभा में हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे।
मंच पर डॉ. फराज फातमी, समीर महासेठ, भोला यादव, ललित यादव, मोहम्मद आसिफ अहमद, विष्णुदेव राम और अली अशरफ फातमी सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
तेजस्वी ने कहा —
“लालू यादव और राहुल गांधी पर भरोसा रखें।
घर-घर जाकर वोट मांगें, ताकि बिहार में महागठबंधन की सरकार बने और युवाओं को उनका हक मिले।”
राजनीतिक विश्लेषण – “तेजस्वी की रणनीति युवा वोटरों पर केंद्रित”
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि तेजस्वी यादव का यह वादा “हर घर नौकरी” सीधे तौर पर युवाओं और बेरोजगार वोटरों को साधने की रणनीति है।
बिहार में युवाओं की आबादी लगभग 60% है, और यह वर्ग लंबे समय से नौकरी और विकास की कमी से नाराज है।
राजनीतिक विश्लेषक डॉ. सुभाष सिंह कहते हैं —
“तेजस्वी यादव ने ‘न्याय, नौकरी और सम्मान’ का जो नारा दिया है,
वह बिहार की नई पीढ़ी के दिलों को छू सकता है।”
FAQs: तेजस्वी यादव के वादे और बयान पर आम सवाल
1. तेजस्वी यादव ने क्या घोषणा की है?
उन्होंने कहा कि 20 नवंबर के बाद ऐसा कानून बनेगा, जिससे हर घर में सरकारी नौकरी सुनिश्चित होगी।
2. उन्होंने यह बयान कहाँ दिया?
दरभंगा में आयोजित महागठबंधन की जनसभा में।
3. क्या यह वादा पहले किसी मैनिफेस्टो में था?
नहीं, यह नया चुनावी वादा है जो सीधे तौर पर युवाओं को लक्षित करता है।
4. क्या उन्होंने पीएम मोदी पर भी टिप्पणी की?
हाँ, उन्होंने कहा कि पीएम मोदी गुजरात में फैक्ट्रियाँ लगाते हैं लेकिन बिहार के लिए कुछ नहीं करते।
5. क्या महागठबंधन ने अन्य योजनाएँ भी घोषित की हैं?
हाँ, ‘माय-बहन-मां योजना’ के तहत महिलाओं को ₹2500 प्रति माह देने का ऐलान किया गया है।
6. क्या यह वादा व्यावहारिक है?
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इसे लागू करने में वित्तीय चुनौतियाँ होंगी, लेकिन यह युवाओं को आकर्षित करने की रणनीति है।



