पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में RJD को मिली बड़ी हार के बाद पार्टी का मनोबल भले ही टूटता दिखे, लेकिन पार्टी के प्रमुख चेहरे और सांसद सुधाकर सिंह ने दावा किया है कि RJD जल्द ही एक मजबूत वापसी करेगी।
दिए गए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि चुनावी परिणाम अस्थायी हैं, और सरकार की मौजूदा नीतियाँ भविष्य में राज्य के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं।
क्या बोले सुधाकर सिंह?
सुधाकर सिंह ने इंटरव्यू में कहा:
“हम 2010 से भी बुरी स्थिति में थे, फिर भी हम मजबूत होकर वापस आए थे। इस बार भी जनता हमारा साथ देगी।”
उन्होंने आगे कहा कि NDA सरकार की महिलाओं को दी जा रही आर्थिक सहायता और विभिन्न डायरेक्ट बेनिफिट योजनाओं का तत्काल राजनीतिक फायदा भले ही मिले, लेकिन यह शिक्षा, रोजगार और उद्योगों के लिए लंबी अवधि में हानिकारक हो सकता है।
RJD की हार का विश्लेषण
RJD इस बार चुनाव में मजबूत प्रदर्शन नहीं कर पाई।
सुधाकर सिंह ने इसके कारण बताए:
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युवा वोटरों का बड़ा हिस्सा NDA की ओर गया
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महिलाओं को मिली आर्थिक सहायता ने चुनावी गणित बदला
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कई क्षेत्रों में संगठन कमजोर रहा
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विपक्ष एकजुट नहीं था
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स्थानीय स्तर पर प्रचार की कमी
हालाँकि उन्होंने कहा कि पार्टी “हार से सीखकर और मजबूत होकर” दोबारा मैदान में उतरेगी।
सरकारी योजनाओं पर उठाए सवाल
सुधाकर सिंह ने कहा कि सरकारी फंड से:
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महिलाओं को बड़े पैमाने पर सहायता
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आर्थिक प्रोत्साहन
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सामाजिक योजनाएँ
का तत्काल चुनावी असर जरूर होता है, लेकिन इससे:
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शिक्षा प्रणाली कमजोर हो सकती है
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प्राइवेट सेक्टर निवेश कम हो सकता है
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युवाओं में नौकरी की उम्मीदें घट सकती हैं
उन्होंने कहा:
“राज्य भविष्य में वित्तीय संकट की ओर जा सकता है।”
RJD की आगे की रणनीति
पार्टी अब अगले चरण में:
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संगठन को बूथ स्तर पर मजबूत करेगी
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युवाओं और महिलाओं से फिर से जुड़ने की कोशिश करेगी
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नए सामाजिक समीकरणों पर ध्यान देगी
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भाजपा–जदयू गठबंधन के खिलाफ तीव्र मुद्दा-आधारित राजनीति करेगी
सुधाकर सिंह ने संकेत दिया कि RJD लंबे राजनीतिक संघर्ष के लिए तैयार है।
निष्कर्ष
चुनावी हार के बीच RJD नेता सुधाकर सिंह के बयानों ने पार्टी समर्थकों में नई ऊर्जा पैदा की है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि—
“RJD अभी खेल से बाहर नहीं है, बल्कि नई रणनीति के साथ मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है।



