पटना: बिहार की नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह से पहले राजधानी पटना में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोई ढिलाई नहीं बरती गई।
विशेष रूप से पटना जंक्शन, जो राज्य का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन है, वहां GRP–RPF की संयुक्त टीम ने सघन तलाशी अभियान चलाया।
सरकार के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में प्रधानमंत्री सहित कई केंद्रीय नेताओं की उपस्थिति को देखते हुए यह सुरक्षा बढ़ाई गई थी।
सर्च ऑपरेशन क्यों किया गया?
सूत्रों के अनुसार, शपथ ग्रहण समारोह में VVIP मौजूद रहने वाले थे।
इस वजह से:
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रेलवे स्टेशनों
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बस अड्डों
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होटल और गेस्ट हाउस
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प्रमुख बाजार क्षेत्रों
में उच्च स्तरीय सुरक्षा प्लान लागू किया गया।
पटना जंक्शन पर यह तलाशी अभियान लगभग 2 घंटे तक चला।
कैसे चला तलाशी अभियान?
RPF, GRP और जिला पुलिस की संयुक्त टीम ने स्टेशन पर:
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प्लेटफॉर्म 1 से 10 तक
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वेटिंग हॉल
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पार्किंग एरिया
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फुट ओवरब्रिज
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रिजर्वेशन काउंटर
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लगेज रूम
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शौचालय क्षेत्र
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ट्रेनों में यात्रियों के बैग
की पूरी जांच की।
मेटल डिटेक्टर और डॉग स्क्वॉड भी तैनात किए गए थे।
वीडियो निगरानी भी बढ़ाई गई
स्टेशन के 200+ CCTV कैमरों से:
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हर प्लेटफ़ॉर्म
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मुख्य प्रवेश द्वार
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टिकट काउंटर
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गलियारे
की रियल-टाइम मॉनिटरिंग की गई।
रेलवे कंट्रोल रूम ने लगातार रिपोर्ट अपडेट की।
यात्रियों की भी कड़ी चेकिंग
स्टेशन पर आने-जाने वाले हर यात्री के:
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आईडी कार्ड
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लगेज
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ट्रॉली बैग
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संदिग्ध पैकेट
की जांच की गई।
कुछ संदिग्ध लोगों से पूछताछ भी की गई, लेकिन कोई गंभीर इनपुट नहीं मिला।
पुलिस का बयान
स्टेशन प्रभारी ने बताया:
“शपथ ग्रहण समारोह के कारण सुरक्षा बढ़ाई गई है। किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकना हमारी प्राथमिकता है।”
रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से सहयोग की अपील भी की।
ट्रेन संचालन पर असर नहीं
तलाशी अभियान के बावजूद:
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कोई ट्रेन रद्द नहीं हुई
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न ही संचालन में देरी हुई
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प्लेटफॉर्म प्रबंधन सामान्य रहा
लेकिन सुरक्षा बढ़ने से यात्रियों को थोड़ी धीमी प्रवेश प्रक्रिया का सामना करना पड़ा।
निष्कर्ष
नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण कार्यक्रम के मद्देनज़र पटना जंक्शन पर सुरक्षा में की गई यह सख्ती बिहार पुलिस और रेलवे की समन्वित तैयारी को दर्शाती है।
इससे राजधानी में सुरक्षा का माहौल और मजबूत हुआ।



