पटना: बिहार में नई NDA सरकार के शपथ ग्रहण समारोह ने सिर्फ एक राजनीतिक कार्यक्रम ही नहीं, बल्कि एक बड़े शक्ति प्रदर्शन का रूप ले लिया।
पटना के गांधी मैदान में उमड़ी भारी भीड़ और पार्टी कार्यकर्ताओं का उत्साह इस बात का संकेत था कि NDA ने चुनावों की जीत को एक मजबूत राजनीतिक संदेश में बदल दिया है।
गांधी मैदान में रौब—कहीं नारे, कहीं जश्न
करोड़ों की संख्या में लोग लाइव प्रसारण देख रहे थे, जबकि मैदान में:
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भाजपा
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जदयू
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हम
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वीआईपी
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और NDA समर्थक
की बड़ी भीड़ दिखाई दी।
लोगों के हाथों में पार्टी के झंडे, पोस्टर और बैनर थे। जगह-जगह पटाखे भी फोड़े गए।
प्रधानमंत्री और केंद्रीय नेताओं की भारी मौजूदगी
कार्यक्रम में मौजूद थे:
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
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गृह मंत्री अमित शाह
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भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा
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कई केंद्रीय मंत्री
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पूर्व उपमुख्यमंत्री और अन्य वरिष्ठ नेता
इनकी मौजूदगी से कार्यक्रम का राजनीतिक महत्व और बढ़ गया।
NDA ने साफ संदेश दिया – “हम एकजुट हैं”
बिहार चुनाव के बाद विपक्ष लगातार NDA में मतभेद की बात उठा रहा था, लेकिन इस शपथ समारोह में:
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भाजपा–जदयू एकजुट दिखाई दी
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मंच पर नेताओं की बॉडी लैंग्वेज सकारात्मक रही
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गठबंधन की मजबूती को दिखाने के लिए मंच साझा किया गया
भाषणों और राजनीतिक संकेतों से स्पष्ट हुआ कि NDA आने वाले वर्षों में स्थिर सरकार देने का दावा ठोक रहा है।
राजनीतिक संकेत — 2025 के बाद की रणनीति शुरू
राजनीतिक विश्लेषक कहते हैं कि यह शपथ ग्रहण केवल एक परंपरागत आयोजन नहीं था, बल्कि एक रणनीति थी:
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2025–2030 की राजनीतिक तैयारी
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विपक्ष को मनोवैज्ञानिक टक्कर
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संगठन को संदेश: “लड़ाई अब भी जारी है”
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महिला और युवा वोटरों पर फोकस
NDA नेतृत्व ने अपने समर्थकों को संदेश दिया कि “सरकार लंबे समय तक चलने वाली है।”
भारी भीड़ ने किया माहौल गर्म
गांधी मैदान पूरी तरह भर चुका था।
लोग सुबह से ही लाइन में खड़े थे।
नारा गूंज रहा था:
“फिर एक बार — NDA सरकार!”
“नीतीश कुमार—जिंदाबाद!”
“मोदी सरकार—जिंदाबाद!”
यह भीड़ सिर्फ समर्थकों का उत्साह नहीं, बल्कि NDA की राजनीतिक ताकत का प्रदर्शन भी मानी जा रही है।
विपक्ष का बयान — “शक्ति प्रदर्शन से असल मुद्दे नहीं बदलेंगे”
RJD और कांग्रेस ने कहा:
“भीड़ इकट्ठा करना आसान है, लेकिन बेरोज़गारी, शिक्षा और उद्योग के सवाल खड़े रहेंगे।”
हालाँकि NDA के समर्थकों का कहना है कि “जनता ने पहले ही उम्मीद जताई है।”
निष्कर्ष
गांधी मैदान में NDA का शक्ति प्रदर्शन साफ़ दिखाता है कि नई सरकार मजबूती और आत्मविश्वास के साथ अपने कार्यकाल की शुरुआत कर रही है।
यह समारोह बिहार की राजनीति के लिए आने वाले समय के कई संकेत छोड़ गया।



