भागलपुर: बिहार STF ने सोमवार देर रात एक बड़ी कार्रवाई करते हुए हथियार तस्करी गिरोह का पर्दाफाश किया।
इस ऑपरेशन में पुलिस ने 2 तस्करों को गिरफ्तार किया, जबकि गिरोह के बाकी सदस्य फरार बताए जा रहे हैं।
टीम ने मौके से 7 देसी पिस्तौल, 55 जिंदा कारतूस, 3 मैगजीन और हथियार बनाने के उपकरण बरामद किए।
कैसे चला ऑपरेशन?
STF को गुप्त सूचना मिली थी कि:
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भागलपुर–मांझी मार्ग पर
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कुछ युवा अवैध हथियारों की सप्लाई कर रहे हैं
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ये हथियार झारखंड और उत्तर प्रदेश तक भेजे जा रहे हैं
इसके बाद STF ने अचानक छापेमारी की और दो तस्करों को धर दबोचा।
पुलिस क्या कह रही है?
भागलपुर SP ने बताया:
“यह एक संगठित गिरोह है। बरामद हथियार लोकसभा चुनाव और स्थानीय विवादों में इस्तेमाल किए जाने की आशंका थी। गिरोह के नेटवर्क की पूरी जांच की जा रही है।”
पुलिस का दावा है कि यह पूरा नेटवर्क पिछले 8 महीनों से सक्रिय था।
क्या मिला छापेमारी में?
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7 देसी कट्टा / पिस्तौल
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55 जिंदा कारतूस
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3 मैगजीन
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हथियार बनाने की मशीन
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फ़ोन रिकॉर्ड
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बैंक लेन-देन के सबूत
इन सबके आधार पर STF ने गिरोह के 4 और सदस्यों की पहचान कर ली है।
कहाँ-कहाँ फैला था नेटवर्क?
जांच में सामने आया कि यह नेटवर्क:
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भागलपुर
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बांका
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मुंगेर
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साहेबगंज (झारखंड)
तक फैला हुआ था।
हथियार छोटे गैंगस्टरों से लेकर बड़े अपराधियों तक बेचे जा रहे थे।
निष्कर्ष
भागलपुर STF की यह कार्रवाई बिहार में बढ़ रही हथियार तस्करी पर बड़ा प्रहार माना जा रहा है।
जांच जारी है और जल्द ही पुलिस गिरोह के और सदस्यों को गिरफ्तार कर सकती है।



