किशनगंज/पटना: शुक्रवार सुबह बिहार के किशनगंज, अररिया, कटिहार और पूर्णिया जिलों में भूकंप के तेज झटकों का एहसास हुआ।
रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.2 दर्ज की गई।
भूकंप का केंद्र इंडो–नेपाल बॉर्डर क्षेत्र बताया जा रहा है।
भूकंप कब आया?
भूकंप सुबह 10:23 बजे आया, जिसके बाद लोग घबराकर अपने घरों, दुकानों और दफ्तरों से बाहर निकल आए।
झटके करीब 10–12 सेकंड तक महसूस किए गए।
कहाँ-कहाँ महसूस हुआ?
बिहार में झटके महसूस हुए:
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किशनगंज
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अररिया
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कटिहार
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पूर्णिया
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मधेपुरा
नेपाल के इलाम और झापा में भी तेज झटके दर्ज किए गए।
अभी तक किसी जान-माल का नुकसान नहीं
जिला प्रशासन ने बताया कि अभी तक किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं है।
अधिकारी लगातार गाँवों और बाजारों से स्थिति की जानकारी ले रहे हैं।
किशनगंज DM ने कहा:
“स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। एहतियात के तौर पर सभी टीम को सतर्क कर दिया गया है।”
इंडो–नेपाल क्षेत्र क्यों भूकंप संवेदनशील है?
विशेषज्ञों के अनुसार:
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यह क्षेत्र हिमालयन टेक्टोनिक ज़ोन में आता है
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नेपाल सीमा दुनिया के सबसे सक्रिय भूकंप क्षेत्रों में शामिल
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लगातार हलचल रहने से बिहार के सीमावर्ती जिलों में झटके आते रहते हैं
लोगों में दहशत, घरों से बाहर भीड़
कई स्थानों पर लोग खुले मैदान में एकत्र हुए।
स्कूलों में कुछ देर के लिए बच्चों को बाहर निकाला गया।
एक स्थानीय नागरिक ने बताया:
“पहले हल्का कंप महसूस हुआ, फिर अचानक तेज झटका आया। हम तुरंत बाहर भागे।”
निष्कर्ष
किशनगंज और आसपास के जिलों में आए भूकंप ने लोगों में डर जरूर पैदा किया, लेकिन राहत की बात यह है कि कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ।
प्रशासन सतर्क है और आफ्टरशॉक की संभावना को देखते हुए लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।



