जयराम रमेश बोले—सिर्फ सर्दियों में नहीं, पूरे साल ठोस कदम जरूरी
नई दिल्ली: कांग्रेस ने देश की राजधानी दिल्ली समेत कई बड़े शहरों में लगातार बिगड़ती वायु प्रदूषण की स्थिति पर गंभीर चिंता जताई है। पार्टी ने सोमवार को कहा कि प्रदूषण से निपटने के लिए केवल सर्दियों के कुछ महीनों में नहीं, बल्कि पूरे साल ठोस और प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि मौजूदा हालात यह संकेत देते हैं कि 1981 के वायु प्रदूषण (निवारण और नियंत्रण) कानून पर नए सिरे से विचार किया जाना चाहिए, ताकि वर्तमान पर्यावरणीय चुनौतियों के अनुरूप इसे और प्रभावी बनाया जा सके।
एनजीटी को फिर से सशक्त करने की मांग
जयराम रमेश ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) को फिर से “नई जिंदगी” देने की जरूरत है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीते कुछ वर्षों में एनजीटी को कमजोर किया गया है, जिससे पर्यावरण संरक्षण से जुड़े मामलों में इसकी प्रभावशीलता कम हुई है।
उन्होंने कहा कि,
“एनजीटी पर्यावरण की रक्षा के लिए एक मजबूत संस्थान था, लेकिन अब इसे फिर से सशक्त करना समय की मांग है।”
प्रदूषण पर सालभर की नीति जरूरी
कांग्रेस का कहना है कि हर साल सर्दियों में प्रदूषण का मुद्दा उठता है, लेकिन कुछ अस्थायी उपायों के बाद इसे भुला दिया जाता है। पार्टी ने केंद्र सरकार से अपील की कि दीर्घकालिक और वैज्ञानिक नीति के तहत प्रदूषण नियंत्रण के उपाय लागू किए जाएं।
Key Highlights
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कांग्रेस ने वायु प्रदूषण पर जताई गहरी चिंता
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1981 के वायु प्रदूषण कानून की समीक्षा की मांग
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एनजीटी को फिर से मजबूत करने पर जोर
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सिर्फ सर्दियों में नहीं, पूरे साल ठोस कदम जरूरी
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दिल्ली समेत कई शहरों की बिगड़ती हवा पर सवाल



