बिहार में ठंड और कोहरे का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। राज्य के कई हिस्सों में दृश्यता बेहद कम हो गई है, जिससे आम जनजीवन, यातायात और स्कूल व्यवस्था पर गहरा असर पड़ा है।
बिहार इस समय भीषण शीतलहर और घने कोहरे की चपेट में है। राजधानी पटना से लेकर सीमांचल और कोसी क्षेत्र के जिलों—अररिया, कटिहार, किशनगंज, पूर्णिया, सहरसा, सुपौल और मधेपुरा—में ठंड का असर सबसे अधिक देखा जा रहा है।
सुबह और रात के समय घना कोहरा छाए रहने के कारण सड़क और रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कई ट्रेनें अपने निर्धारित समय से घंटों देरी से चल रही हैं, जबकि राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर वाहनों की रफ्तार बेहद धीमी हो गई है।
स्कूलों पर असर
बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने कई जिलों में आठवीं कक्षा तक के स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद रखने का आदेश जारी किया है। कुछ जिलों में स्कूलों के समय में बदलाव भी किया गया है।
स्वास्थ्य पर खतरा
डॉक्टरों के अनुसार, ठंड और कोहरे के कारण सर्दी-खांसी, बुखार, सांस और अस्थमा से जुड़ी बीमारियों के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है। बुजुर्गों और बच्चों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने बताया है कि आने वाले कुछ दिनों तक बिहार में ठंड और कोहरे से राहत मिलने की संभावना कम है। न्यूनतम तापमान में और गिरावट दर्ज की जा सकती है। लोगों को सुबह और देर रात यात्रा करने से बचने की सलाह दी गई है।
प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे गर्म कपड़े पहनें, अलाव का सहारा लें और अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचें।
बिहार में ठंड कब तक रहेगी?
मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों तक ठंड और कोहरा बना रह सकता है।
क्या बिहार में स्कूल बंद हैं?
कई जिलों में आठवीं कक्षा तक के स्कूल अस्थायी रूप से बंद किए गए हैं।
किन जिलों में ठंड का असर ज्यादा है?
सीमांचल और कोसी क्षेत्र के जिलों में ठंड और कोहरे का असर सबसे ज्यादा है।



