
सहरसा-मानसी खंड पर तीन घंटे का ब्लॉक
सहरसा-मानसी रेलखंड पर देर रात ब्लॉक लेकर ट्रैक को सौ किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेन दौड़ाने लायक बनाया जा रहा है। इसके लिए रात दस बजे से सुबह चार बजे तक मशीनों से ट्रैक और प्वाइंटस पैकिंग का कार्य किया जा रहा है।
ब्लॉक का समय देर रात 12 से तीन बजे तक निर्धारित कर रखा गया है। अन्य समय में अगर ट्रेन का परिचालन होता तो ट्रैक पर हो रहे पैकिंग के कार्य को बंद कर दिया जाता है। रेलवे अधिकारी का कहना है कि ब्लॉक के लिए ऐसा समय रखा गया है जब इस रेलखंड पर ट्रेन नहीं चलती है। ब्लॉक के कारण समस्तीपुर से सहरसा के बीच चलने वाली एक ट्रेन को नियंत्रित कर चलाई जाती है, जो 63344 है। इसका समस्तीपुर से खुलने का समय रोज रात साढ़े दस बजे है। यह ट्रेन अभी करीब आधा घंटा देरी से सहरसा पहुंचती है।
ट्रैक और प्वाइंटस पर मशीन से पैकिंग कराने का कार्य सीनियर सेक्शन इंजीनियर रेलपथ राकेश कुमार और पीडब्लूआई अजय कुमार की देखरेख में चल रहा है। मशीन से हो रही पैकिंग की मॉनिटरिंग करने वाले एसएसई इंचार्ज राकेश कुमार ने कहा कि सीएस मशीन से ट्रैक पैकिंग का काम किया जा रहा है। यूनिमेट मशीन से प्वाइंटस पैकिंग का काम किया जा रहा है। ट्रैक पैकिंग का काम मानसी से कोपरिया तक पूरा कर लिया गया है। प्वाइंटस पैकिंग का काम सोनवर्षा कचहरी से बदला घाट तक पूरा हो गया है। एक से दो दिन में यूनिमेट मशीन से प्वाइंटस पैकिंग का काम सोनवर्षा कचहरी से सहरसा की तरफ किया जाएगा।
एक सप्ताह में पैकिंग का काम पूरा होने की संभावना : सहरसा-मानसी रेलखंड में हर जगह ट्रैक और प्वाइंटस पैकिंग का काम एक सप्ताह में पूरा हो जाने की संभावना है। पैकिंग का काम पूरा होने के बाद एक रैक गिट्टी (ब्लास्ट) गिराया जाएगा। उसके बाद सहरसा-मानसी रेलखंड ट्रेन की रफ्तार 100 किमी प्रति घंटा रफ्तार की हो जाएगी।
काम पूरा होने के बाद किया जाएगा स्पीड ट्रायल : ट्रैक और प्वाइंटस पैकिंग का काम पूरा होने के बाद सहरसा-मानसी रेलखंड का स्पीड ट्रायल किया जाएगा।
स्रोत-हिन्दुस्तान