
344वां शहीदी गुरुपर्व पर देश-विदेश से जुटेंगे सिख श्रद्धालु, तैयारी
हिन्द के चादर व सिखों के 9वें गुरु गुरुतेग बहादुर के 344 वां महान शहीदी पर्व पर जिले के लक्ष्मीपुर गांव के सरदानगर स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा में तीन दिवसीय महाकुम्भ का आयोजन किया जा रहा है।
दिल्ली के चांदनी चौक पर इसी दिन शहादत देने के कारण सिख धर्म के श्रद्धालु इसे शहीदी गुरुपर्व के रुप में मनाते हैं। जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित सिख सर्किट से जुड़ा यह गुरुद्वारा सरदार नगर लक्ष्मीपुर में हैं। बताया जाता है कि वर्ष 1666 में असम यात्रा से लौटने के क्रम में 9 वें गुरु तेगबहादुर जी महाराज बरारी के कांतनगर में रुके थे। इस दौरान उन्होंने परिक्षेत्र के सिख संगतों के साथ बैठकर सिखधर्म पर प्रवचन भी किये थे। जहां पर कड़ाह में हलवा का प्रसाद गोला बनाकर वितरित किया गया था। कालान्तर में कड़ाह के गोला से उक्त रेलवे स्टेशन का नाम काढ़ागोला रोड पड़ा। इस पवित्र गुरुद्वारा में आज भी हस्तलिखित गुरुग्रन्थ साहिब मौजद रहने के कारण देश विदेश से सिख श्रद्धालु यहां आकर मत्था टेकते हैं। गुरु तेगबहादुर साहिब के साथ यह क्षेत्र आज भी जुड़ा हुआ है। यहां पर पुरानी लिपियां और प्राचीन महत्व के दस्तावेज संघारित हैं। पिछले 343 वां शहीदी गुरुपर्व पर नवनिर्मित गुरुद्वारा के उद्घाटन के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यहां पहुंचकर गुरु के दीवान पर मत्था टेके थे। शहीदी पर्व पर कईर् कार्यक्रम आयोजित होंगे।
Source- Hindustan