
महागठबंधन का सहरसा बंद
सीएए एवं एनआरसी बिल के विरोध में 21 दिसंबर को आहुत बिहार बंद को लेकर महागठबंधन के नेताओं ने गुरुवार को परिसदन में प्रेस कांफ्रेंस किया। राजद विधायक जफर आलम ने कहा कि विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के आह्वान पर बिहार के सभी सेकुलर दलों के द्वारा 21 दिसंबर को बिहार बंद का आह्वान किया गया है।
बंद को सभी विपक्षी दलों सहित आम जनता का पूरा समर्थन है।उन्होंने कहा बंद से एक दिन पूर्व शुक्रवार को वीर कुंवर सिंह चौक से बंद के समर्थन में मशाल जुलूस निकालकर जनता को जागरूक किया जाएगा। विधायक ने कहा सीएए और एनआरसी देश को तोड़ने वाला कानून है। केंद्र सरकार नोटबंदी, जीएसटी सहित सभी मुद्दों पर फेल है। बेरोजगारी, महंगाई व भ्रष्टाचार चरम पर है। सीपीआई नेता ओम प्रकाश नारायण ने कहा कि रेलवे को भी निजी कंपनी के हाथों में गिरवी रखा जा रहा है। सरकार नवरत्न जैसी महत्वपूर्ण कंपनियों को निजी हाथों में सौंप रही है।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रो विद्यानंद मिश्र ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून 1955 में ही बनाया गया। जिसके तहत लोगों को नागरिकता भी दी गई है। लेकिन केंद्र सरकार इस बिल के माध्यम से नागरिकता का समाधान करना नहीं धर्म के आधार पर दिखावा कर रही है। लोजद जिलाध्यक्ष धनिक लाल मुखिया ने कहा जो राजनीतिक दल राज्यसभा एवं लोकसभा में बिल का समर्थन किया लेकिन अब वह दल भी पलट रहे हैं। बिहार, बंगाल, महाराष्ट्र, असम की सरकार एनआरसी नहीं लागू करेगी। रालोसपा जिलाध्यक्ष शिवेन्द्र सिंह जीसू ने कहा कि बंद को आम लोगों का भी पूरा समर्थन है। मौके पर रालोसपा के चंदन कुमार बागची, धीरेन्द्र यादव, हम जिलाध्यक्ष राम रतन ऋषिदेव, वीआईपी की रेशमा शर्मा, शशांक सुमन विक्की, रिया देवी सहित अन्य मौजूद थे।
Source-HINDUSTAN