अररिया: फारबिसगंज में ‘सुनो वक्त की पुकार, करें प्लास्टिक को इंकार
अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल व तेरापंथ युवा परिषद के तत्वावधान में स्थानीय तेरापंथ भवन में आयोजित एक समारोह में ‘सुनो वक्त की पुकार, करें प्लास्टिक को इंकार का संकल्प लिया गया। इसके साथ ही सात दिवसीय महाअभियान का शुभारंभ भी किया गया।
संचालन नीलम बोथरा ने किया। समारोह का शुभारंभ नमस्कार महामंत्र के साथ हुई। स्वच्छ है प्यारा हिंदुस्तान इस गीत का मंगलाचरण किया गया। साध्वी प्रमुखा कनक प्रभा जी के संदेश का वाचन किया गया । इसके बाद तेरापंथ मंडल के स्थानीय शाखा की अध्यक्ष नीता गोलछा ने विचार रखी। इस मौके पर प्रमुख वक्ता विधायक विद्यासागर ने कहा कहा कि तेरापंथ महिला मंडल देश से जुड़े हुए हर वह काम कर रही है, जो एक कर्तव्यनिष्ठ नागरिक को करना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने कन्या भ्रूण हत्या, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और स्वच्छ भारत अभियान तथा सिंगल यूज़ ऑफ प्लास्टिक के बहिष्कार की चर्चा की। विधायक श्री केशरी ने महिला मंडल को आश्वस्त किया कि उनसे जो भी जरूरत चाहिए वे हमेशा तैयार रहेंगे। सभाध्यक्ष शांति लाल चंडालिया व युवक परिषद अध्यक्ष रजनीश बेंगानी ने कहा कि पुराने जमाने में थैली का प्रयोग होता था और वह भी पुराने कपड़ों से बने हुए थैले का। लेकिन अब प्लास्टिक यूज़ बढ़ गया है और सिंगल यूज़ प्लास्टिक का अधिक चलन हो गया है। उन्होंने सभी से अपील की कि पुराना दौर वापस लाएं और देश को प्लास्टिक मुक्त बनाएं में अपना योगदान दें। स्थानीय महिला मंडल की अध्यक्ष नीता गोलछा ने अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के इस अभियान की चर्चा करते हुए कहा कि पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता, वाद—विवाद प्रतियोगिता,नुक्कड़ नाटक, मानव श्रृंखला आदि द्वारा प्लास्टिक बहिष्कार का आयोजन इस सात दिवसीय महाअभियान में किया जाएगा।
महाप्रज्ञ जन्म शताब्दी के शुभ अवसर पर आचार्य महाप्रज्ञ जी द्वारा लिखित पुस्तक ‘संबोधी प्रदान कर विधायक श्री केशरी का सम्मान किया गया। इसमें प्लास्टिक पेपर का यूज न कर महिला मंडल द्वारा निर्देशित कपड़े के थैले का उपयोग किया गया। इस अवसर पर अग्रवाल समाज का प्रतिनिधित्व करती हुई दीपा अग्रवाल ने कहा आज गांधी जी हम से कह रहे हैं कि हमने तुम्हें स्वतंत्र भारत दिया तुम हमें स्वच्छ भारत दो। हमने अंग्रेजों को निकाल फेंका तुम कम से कम कचरे को निकाल कर देखो।
इस अवसर पर सुमन चंडालिया, सरिता सेठिया ,कांता गोलछा, कांता मरोठी, राजू वैद, बिंदु डागा, सुशीला बोथरा, गुलाब सुखानी, सुनीता बैद, अंजू बैद, रत्ना दूधेड़िया, स्नेहा गोलछा सहित महिला मंडल की बहनें तथा कन्या मंडल की बहनें मौजूद थी।
स्रोत-हिन्दुस्तान