ताजिया में गुजरी व झांकी में फुलवरिया को मिला पुरस्कार
एनआरसी की आढ़ में दलित, मुस्लिम व गरीबों को डराना अनुचित है। लोग कई तरह से अपना जीवन जी रहे हैं, आखिर उनका नाम एनआरसी में क्यों नहीं डाला जाए। आखिर एनआरसी में नाम नहीं लिखे जाने के लिए कौन जिम्मेदार है। इसकी भी जांच होनी चाहिए।
यह बातें शुक्रवार की शाम जेपी सभा भवन में आयोजित 2019 मोहर्रम पारितोषिक वितरण समारोह में मुख्य अतिथि व बिहार सरकार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कही । इस मौके पर मुख्य अतिथि द्वारा ताजिए के बेहतर प्रदर्शन करने वाले अखाड़ों को सम्मानित किया गया। खास करके पारंपरिक ताजिया मामले में जुम्मन चौक, आलम टोला और ढोल बाजा, ताजिया मामले में गुदरी मोहल्ला,कुबेर टोला एंवम दल्लू तोला, झांकी मामले में फुलवरिया हाट, बीरबान चौक ,कुड़हेली एवं शांति व्यवस्था के लिए खान टोला ढोलबज्जा को पुरस्कृत किया गया। परिणाम की घोषणा का निर्णायक मंडल विनोद कुमार, मनोज मेहता एवं शमीम अहमद के द्वारा खुलासा किया गया। इस मौके पर वकाली तोला ढोलबजा, खान तोला ढोलबजा, फुलबड़िया हाट,गुदरी मोहल्ला ,जुम्मन चौक, आलम टोला, कुबेर टोला, दल्लू टोला, धत्ता टोला, बीरबन चौक, कुड़हेली, कादरी मोहल्ला, पोखर बस्ती आदि के प्रतिनिधियों को भी सम्मानित किया गया। इस मौके पर हम के प्रदेश अध्यक्ष भागवत लाल बैश्यन्त्री, जयप्रकाश अग्रवाल, प्रदेश अध्यक्ष महिला सेल गीता पूनम, मोहर्रम कमेटी के प्रधान महासचिव वाहिद अंसारी, सचिव गाली आजाद आदि मौजूद थे।
स्रोत-हिन्दुस्तान