फारबिसगंज में जुलूस ने नहीं माना सुरक्षाचक्र
मुहर्रम के ताजिया जुलूस को लेकर प्रशासन द्वारा बनाया गया सुरक्षा चक्र धरा का धरा रह गया। रस्सी से नियंत्रण योजना तो शु़रुआती दौर में ही टांय टांय फीस हो गयी मगर जुलूस में लोगों के उत्साह के सामने सुरक्षा चक्र भी धरा का धरा रह गया। दसआना कचहरी के पास पहले कई बार डीएसपी मनोज कुमार सहित अन्य पदाधिकारियों को जुलूस की भीड़ द्वारा धकियाया जाता रहा। उसी समय अनियंत्रित भीड़ को देखकर मौजूद डीएम वैद्यनाथ यादव और एसपी धुरत सायली सांवलाराम वहां से निकल कर पटेल चौक स्थित सुरक्षित स्थान पर आ गए मगर थोड़ी ही देर में वहां ढ़ोलबज्जा का जुलूस आ धमका। रूटिन के अनुसार इस जुलूस को अंत में निकलना होता है मगर जुलूस देरी से निकलने के वजह पटेल चौक पर ढोलबज्जा के अखाड़ों का जमावड़ा हो गया मगर थोड़ी देर बाद वह भी अनियंत्रित होने लगी। डीएम और एसपी खुद भीड़ को समझाने लगे मगर एक ही वार जूलूस में शमिल जंगियो ने ऐसा धकियाया कि डीएम एसपी को वहां से भागकर बगल स्थित सुरक्षित दुकान पर आना पड़ा। इस दौरान एसपी तो सुरक्षित बचने के लिए एक दुकान में घुस गयीं। बाद में पुलिस और अखाड़ा के ही लोगों ने भीड़ को नियंत्रित किया। देर से जुलूस निकलने के कारण देर शाम तक यह नजारा चलता रहा।
स्रोत-हिन्दुस्तान