
पटना, 19 सितंबर – बिहार के बुनियादी ढांचे के विकास की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने एनएच-327ई (परसरमा से अररिया तक 102.193 किमी) के पुनर्निर्माण और विस्तार को मंजूरी दे दी है। इस परियोजना में ₹1547.55 करोड़ की लागत आएगी। पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने गुरुवार को इसकी घोषणा की और बताया कि इस सड़क को दो लेन में विकसित किया जाएगा।
परियोजना की मुख्य बातें
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लंबाई: 102.193 किमी (परसरमा से अररिया तक)
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लागत: ₹1547.55 करोड़
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पूरा होने की अवधि: 24 महीने (निविदा के बाद काम शुरू होने से)
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मॉडल: हाइब्रिड एन्युटी मोड (HAM)
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रखरखाव: निर्माण कंपनी द्वारा 15 वर्षों तक
क्या-क्या बनेगा इस प्रोजेक्ट में?
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4 बाईपास (परसरमा, सुपौल, पिपरा एवं त्रिवेणीगंज)
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1 आरओबी (रेलवे ओवर ब्रिज)
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2 फ्लाईओवर
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6 बड़े पुल
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41 छोटे पुल
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75 बॉक्स/स्लैब कल्भर्ट
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86 पाइप कल्भर्ट
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1 बीयूपी और 1 एसबीयूपी
मिलेगा जाम से निजात 🚦
इस सड़क के विकसित होने के बाद परसरमा, सुपौल, पिपरा और त्रिवेणीगंज जैसे घनी आबादी वाले शहरों को भारी वाहनों से होने वाले जाम की समस्या से छुटकारा मिलेगा। यातायात सुगम और सुरक्षित होगा।
क्षेत्रीय विकास में बड़ा योगदान
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कोशी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आर्थिक एवं सामाजिक विकास को गति मिलेगी।
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लघु एवं मध्यम उद्यमों (SMEs) को बढ़ावा मिलेगा।
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व्यापार और परिवहन की गतिविधियां तेज होंगी।
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उत्तर-पूर्व बिहार को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।