शिक्षक ईमानदारी पूर्वक अपनी जिम्मेदारी निभाएं: डीएम
शिक्षक यदि ठान लें तो सरकारी स्कूलों की सूरत और समाज में उनके प्रति धारणा बदलते देर नहीं लगेगी। स्कूलों में मिलने वाली सीमित राशि के बावजूद नरपतगंज आदर्श मध्य विद्यालय आज प्राईवेट स्कूल की टक्कर की स्कूल बन गई है।
बुधवार को जिलाधिकारी बैद्यनाथ यादव जब स्कूल का निरीक्षण करने पहुंचे तो वहां की व्यवस्था देखकर प्रसन्नता जाहिर की तथा पूरे स्कूल का घूमकर निरीक्षण किया तथा विद्यालय परिसर में एक भवन बनवाने की बात कही। स्कूल की व्यवस्था को देखकर उन्होंने कहा कि विद्यालय में जब भवन का निर्माण होने से पूर्व स्वयं वहां रखकर नक्शा बताएंगे।
महज एक साल में हुआ विद्यालय का कायाकल्प- नरपतगंज मुख्यालय स्थित आदर्श मध्य विद्यालय में विगत एक साल पूर्व प्रध्यानाध्यापक नवीन वर्मा ने कमान संभाली उन्होंने सरकारी स्कूल की सूरत के साथ लोगों की सोच बदल डाली है। उनके स्कूल में औसत उपस्थित 80 प्रतिशत से ज्यादा है। शिक्षक की सीख के कारण बच्चे अनुशासन में रहते हैं। आठवीं तक कक्षाएं लगाई जा रही है।
अनुशासन इतना कि कक्षा के बाहर से अनुमान ही नहीं लगा सकते अंदर कोई है। प्रार्थना में राष्ट्रगीत व राष्ट्रगान के बाद बच्चों को आजाद, सरदार पटेल, महात्मा गांधी, स्वामी विवेकानंद जैसे महापुरुषों के जीवन परिचय बताते हैं। अनुशासन को लेकर समझाइश देते हैं। बच्चों को पढ़ाई के साथ संस्कारों की शिक्षा दी जा रही है।
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