
अररिया में कालाजार उन्मूलन की ओर बढ़ रहा अररिया जिला
अररिया जिला कालाजार उन्मूलन के कगार पर है। उम्मीद है कि 2020 तक अररिया जिला कालाजार से मुक्त हो जाएगा। पिछले कुछ वर्षों में कालाजार रोगियों की काफी कम हुआ है।
2008 में करीब चार हजार मरीज थे इस साल महज 78 मरीज हैं। खास बात यह कि जिले का कोई प्रखंड कालाजार से प्रभावित नहीं है। छिटफुट रोगी ही हैं। सिकटी में मरीजों की संख्या शून्य हो चुकी है जबकि जोकीहाट व पलासी में दो-दो मरीज हैं। लगातार घट रहे रोगियों की संख्या के बीच डब्लूएचओ की सात सदस्यीय केन्द्रीय टीम अररिया पहुंची। टीम में डा. कैलाश कुमार, डा. सुरेंद्र उराव, डा. डेनिमल, डा. अशोक कुमार, डा. किशोर कुमार आदि शामिल हैं। टीम जिलेभर में घूम-घूमकर यह देख रही कि वास्तव में मरीज घट रहे हैं या कागजी खानापूर्ति हो रही है। टीम दो दिनों तक अररिया में रहेगी। शनिवार को फारबिसगंज क्षेत्र का भ्रमण करेगी। शुक्रवार को टीम सदस्यों ने सदर अस्पताल के कालाजार वार्ड, पैथोलॉजी विभाग पहुंचकर रजिस्टर को खंगाला और चिकित्सकों से आवश्यक जानकारी ली।
इसके बाद एसीएमओ कार्यालय में भीबीडी अधिकारी डा. अजय कुमार सिंह से विस्तृत जानकारी ली। इसके बाद रानीगंज क्षेत्र का भ्रमण किया। इस दौरान ट्रीटमेंट फैसिलिटी, मरीज को प्रोत्साहन राशि मिली या नहीं, रोगियों को दवा मिल रही या नहीं, दवा की उपलब्धता, दवा का रख-रखाव ठीक है या नहीं। डॉक्टर को ट्रीटमेंट की जानकारी है या नहीं इसकी पड़ताल कर रही है। टीम सदस्यों के बेहतर काम हो रहा है।
जिला बनने के बाद पहली बार मरीजों की संख्या एक सौ से कम पहुंची है। वहीं दूसरी ओर प्रभारी सदर अस्पताल अधीक्षक डा. जितेन्द्र प्रसाद, अस्पताल प्रबंधक विकास आनंद आदि से भी जानकारी ली। मौके पर डा. राजेन्द्र कुमार, केटीएस दिव्या झा, नीरज कुमार, संजीव कुमार आदि थे।
Source-HINDUSTAN