
अररिया: तीन लोगों की मौत पर सदर अस्पताल में कोहराम
अररिया-पूर्णिया फोरलेन पर गुरुवार को बालू चौक के पास साला-बहनोई समेत तीन लोगों की मौत के बाद सदर अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल रहा। घटना के बाद जैसे ही घायलों को अस्पताल लाया गया, इमेरजेंसी वार्ड में लोगों की भीड़ जुट गयी।
स्वास्थ्यकर्मियों की कमी से जूझ रहे अस्पताल में एक साथ पांच-पांच घायलों के ईलाज में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर के भी पसीने छूट गये। हर तरफ कोहराम मचा था। मृतक अर्जुन के भाई कभी घायलों की स्थिति पूछते तो कभी एम्बुलेंस के लिए इधर-उधर दौड़ रहे थे। घटना पर हर कोई अफसोस जताते दिखे। हर मुंह से यही सुनाई दे रहा था कि आखिर किशोर अंशू ने किसका क्या बिगाड़ा था? स्थिति देख सामाजिक कार्यकर्ता मो. मासूम रेजा आदि ने भी ईलाज में सहयोग किया। बार-बार सुरक्षा गार्ड भीड़ को बाहर निकाल देते थे फिर देखने के लिए भीड़ जुट जाती थी। इस बीच जैसे ही मृतक के परिजन सदर अस्पताल पहुंचे माहौल गमगीन हो गया। परिजनों के चित्कार से अस्पताल परिसर में मौजूद हर आंखें नम हो गयी। मृतक अंशू की मां बीणा देवी बार-बार बेटे से मिलने की बात कहकर बदहवास हो रही थी। परिजन बार-बार उसे सांत्वना देकर संभालते फिर वह बदहवास हो जाती। वहीं दूसरी तरफ मृतक अर्जुन की चाची बेहोश पड़ी थी। हर लोंगों से सिर्फ यही पूछती कि अर्जुन कहां है? मुझे बेटे से मिला दो…। कमोवेश यही हार मृतक अर्जुन के पिता था। मृतक अर्जुन की पत्नी और अंशू की बहन घायल पूजा देवी कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं थी।
डीएम ने अस्पताल पहुंच घटना की ली जानकारी: घटना की सूचना मिलते ही डीएम बैद्यनाथ यादव, जिला आपदा पदाधिकारी शंभू कुमार, एसडीओ रोजी कुमारी, एसडीपीओ केडी सिंह, सीओ अशोक कुमार सिंह, डीपीएम रेहान अशरफ आदि ने अस्पताल पहुंचकर घटना की जानकारी ली और घायलों का हाल चाल जाना। आपदा अधिकारी ने डीएम को पूरे मामले से अवगत कराया। रामपुर कोदरकट्टी के पूर्व मुखिया राजेश कुमार सिंह ने डीएम से मृतक के परिजनों को तत्काल सहायता राशि दिलाने की मांग की। डीएम ने जल्द से जल्द भुगतान का आश्वासन दिया। इधर आपदा पदाधिकारी ने बताया कि रामपुर के मृतकों को तीन-चार दिन के भीतर राशि भेज दी जाएगी, जबकि अंशू के परिजन को कटिहार से राशि मिलेगी। इसको लेकर कार्यवाही चल रही है।
एम्बुलेंस पड़ा कम, शव को वाहन से भेजा बाहर: सदर अस्पताल से बेहतर ईलाज के लिए घायलों को बाहर ले जाने के लिए एम्बुलेंस कम पड़ गया। अंत शव वाहन से रोगियों को पूर्णिया ले जाना पड़ा। दरअसल सदर अस्पताल में बेहतर ईलाज के बाद डॉक्टर ने सभी घायलों को पूर्णिया रेफर कर दिया। इनमें से कुछ घायलों को तो पहले ही एम्बुलेंस से पूर्णिया भेज दिया मगर कुछ घायल बच गये। करीब घंटे भर तक एम्बुलेंस की व्यवस्था नहीं होने के बाद डीएम समेत अधिकारियों की मौजूदगी में शव वाहन से शेष घायलों से पूर्णिया भेजा गया। जबकि मृतकों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया।
Source-HINDUSTAN