
आखिरकार जिस बात का डर था अब वो सच होता दिख रहा है। क्योंकि अब अररिया जिला भी वायु प्रदूषण की चपेट में आता नजर आ रहा है। इसकी पुष्टि पिछले 24 घंटे के एक्यूआई यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स के आंकड़ों से होती है। रिपोर्ट के मुताबिक अररिया का इंडेक्स 271 है जिसे किसी भी पैमाने पर अच्छा नहीं माना जा सकता है, बल्कि खराब की श्रेणी में आता है। पीएम भी 2.5 है। ऐसी स्थिति को सेहत के लिए हानिकारक बताते हुए जिले के प्रसिद्ध चिकित्सक व डीआईओ मो. डॉ. मोइज कहते हैं कि ऐसी हवा में अधिक देर तक बाहर रहने पर आम लोगों को भी सांस लेने में दिक्कत की समस्या पैदा हो सकती है। अस्थमा व एलर्जी रोगियों के लिए यह खतरे की घंटी है। इसके अलावा आंख व त्वचा से संबंधित ा रोग भी उत्पन्न हो सकते हैं। लोगों को चाहिए कि मास्क व चश्मा लगाकर शरीर को पूरी तरह ढके कपड़े पहनकर ही बाहर निकलें। यहां बता दें कि अररिया जिला पहले से ही वार्मिंग ग्लोबल से परेशान है।
एक्यूआई जितना अधिक प्रदूषण का स्तर उतना ही ज्यादा:
जानकार बताते हें कि एक्यूआई जितने अधिक होंगे, वायु प्रदूषण का स्तर उतना ही अधिक होगा और स्वास्थ्य की चिंता उतनी ही अधिक होगी। उदाहरण के लिए 50 या उससे कम का एक्यूआई मान अच्छी वायु गुणवत्ता का प्रतिनिधित्व करता है, जबकि 300 से अधिक एक्यूआई मान खतरनाक वायु गुणवत्ता का प्रतिनिधित्व करता है। अररिया का एक्यूआई मान 271 है। यानि ये भी वायू गुणवत्ता की ओर बढ़ रहा है।
एयर क्वालिटी इंडेक्स केटेगरी:
0 से 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा
51 से 100 के बीच संतोषजनक
101 से 200 के बीच मध्यम
201 से 300 के बीच खराब
301 और 400 के बीच ‘बेहद खराब’
401 से 500 के बीच गंभीर माना जाता है।