अररिया (जोकीहाट):
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के प्रचार अभियान के बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने जोकीहाट के उदाहाट मैदान में एक बड़ी चुनावी सभा को संबोधित किया।
अपने चिर-परिचित अंदाज में तेजस्वी ने एनडीए सरकार, बेरोजगारी, पलायन और वक्फ कानून जैसे मुद्दों पर जमकर प्रहार किया।
लेकिन सबसे ज़्यादा चर्चा में रहा उनका “चुन्नू-मुन्नू” वाला बयान, जिसने जोकीहाट के सियासी समीकरणों को गरमा दिया है।
“यह चुनाव चुन्नू-मुन्नू का खेल नहीं है” — तेजस्वी का तंज
तेजस्वी यादव ने भीड़ से कहा:
“यह चुनाव चुन्नू और मुन्नू का खेल नहीं है। ऐसा न हो कि चुन्नू को वोट दे दिए तो मुन्नू नाराज़ हो जाए, और मुन्नू को वोट दे दिए तो चुन्नू नाराज़ हो जाए।”
यह बयान सीधे तौर पर मोहम्मद तस्लीमुद्दीन के दो बेटों —
शाहनवाज आलम (RJD) और सरफराज आलम (जन सुराज पार्टी) — के बीच मुकाबले की ओर इशारा करता है।
दोनों भाई इस बार जोकीहाट सीट से आमने-सामने हैं, जिससे चुनाव दिलचस्प हो गया है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि तेजस्वी का यह बयान अल्पसंख्यक वोटों के बिखराव को रोकने की रणनीति का हिस्सा है।
जोकीहाट सीट पर चतुष्कोणीय मुकाबला
जोकीहाट में इस बार चार प्रमुख उम्मीदवार मैदान में हैं —
1️⃣ शाहनवाज आलम (RJD)
2️⃣ सरफराज आलम (जन सुराज पार्टी)
3️⃣ जदयू उम्मीदवार
4️⃣ AIMIM उम्मीदवार
इस वजह से यह सीट चतुष्कोणीय मुकाबले में बदल गई है।
तेजस्वी ने मतदाताओं से अपील की कि वे महागठबंधन के उम्मीदवार को एकजुट होकर वोट दें, ताकि एनडीए को फायदा न मिले।
तेजस्वी बोले – “यह NDA को हराने की लड़ाई है”
तेजस्वी यादव ने अपने भाषण में कहा —
“यह चुनाव बिहार के भविष्य का चुनाव है। अगर वोट बंटा, तो इसका सीधा फायदा एनडीए को मिलेगा। हमें एकजुट होकर उन्हें हराना है।”
उन्होंने जोकीहाट की जनता से शाहनवाज आलम को भारी मतों से जिताने की अपील की।
वक्फ कानून पर तेजस्वी का बड़ा बयान
तेजस्वी यादव ने अपने भाषण में वक्फ कानून को लेकर एक विवादित लेकिन तीखा बयान दिया।
उन्होंने कहा —
“अगर हमारी सरकार बनी तो हम इस वक्फ कानून को कचरे में फेंक देंगे। यह कानून अल्पसंख्यक समुदाय के अधिकारों का हनन करता है।”
उनका यह बयान अल्पसंख्यक समुदाय के बीच चर्चा का विषय बन गया है।
विशेष रूप से, जोकीहाट जैसे मुस्लिम बहुल क्षेत्र में यह मुद्दा राजनीतिक रूप से प्रभावी माना जा रहा है।
बेरोजगारी और पलायन पर केंद्र व राज्य सरकार को घेरा
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार के युवा रोजगार के अभाव में लगातार अन्य राज्यों की ओर पलायन कर रहे हैं।
“बिहार के युवा दिल्ली, मुंबई और गुजरात में मजदूरी करने को मजबूर हैं। अगर हमारी सरकार आई, तो हम बिहार के 14 करोड़ लोगों को चिंता मुक्त बनाएंगे।”
उन्होंने कहा कि महागठबंधन की प्राथमिकता रोजगार, शिक्षा और चिकित्सा पर होगी।
“अकेला तेजस्वी, पूरा विपक्ष” — आत्मविश्वास से भरा भाषण
तेजस्वी ने खुद को जनता की ताकत से समर्थित एकमात्र विपक्षी योद्धा बताया।
“एक अकेला तेजस्वी केंद्र सरकार, राज्य सरकार, ED, CBI — सब से अकेले लड़ रहा है। यह जनता की ताकत है जो मुझे शक्ति दे रही है।”
इस बयान पर सभा में मौजूद समर्थकों ने जोरदार नारे लगाए — “बिहार का नेता कैसा हो, तेजस्वी यादव जैसा हो!”
जोकीहाट उपचुनाव की अहमियत
जोकीहाट सीट हमेशा से राजद का गढ़ रही है।
यहां से मोहम्मद तस्लीमुद्दीन और उनके परिवार का प्रभाव काफी मजबूत रहा है।
तेजस्वी यादव के लिए यह सिर्फ एक उपचुनाव नहीं, बल्कि राजनीतिक प्रतिष्ठा की लड़ाई है।
राजनीतिक पर्यवेक्षकों का कहना है कि अगर राजद यह सीट बरकरार रखती है, तो यह महागठबंधन के मनोबल के लिए बड़ा बूस्टर साबित होगा।
जोकीहाट में प्रमुख उम्मीदवारों की स्थिति (विश्लेषण)
| उम्मीदवार | पार्टी | जातीय-धार्मिक आधार | संभावना |
|---|---|---|---|
| शाहनवाज आलम | राजद | मुस्लिम-यादव | मज़बूत |
| सरफराज आलम | जन सुराज | मुस्लिम वोट | चुनौतीपूर्ण |
| जदयू प्रत्याशी | एनडीए | सवर्ण और अति पिछड़ा वोट | स्थिर |
| AIMIM प्रत्याशी | AIMIM | मुस्लिम वोट में सेंध | सीमित |
रणनीति: अल्पसंख्यक वोटों को एकजुट करने की कोशिश
तेजस्वी का “चुन्नू-मुन्नू” बयान हास्य के साथ राजनीतिक रणनीति का मिश्रण है।
उनका उद्देश्य स्पष्ट था —
“अल्पसंख्यक वोटों को दो भाइयों (शाहनवाज और सरफराज) में बंटने से बचाना।”
अगर यह रणनीति सफल होती है, तो राजद की जीत लगभग सुनिश्चित मानी जा रही है।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
1. तेजस्वी यादव ने “चुन्नू-मुन्नू” किसे कहा?
उन्होंने यह टिप्पणी जोकीहाट में मोहम्मद तस्लीमुद्दीन के दो बेटों शाहनवाज आलम और सरफराज आलम पर की।
2. वक्फ कानून पर तेजस्वी का क्या बयान था?
उन्होंने कहा कि यह कानून अल्पसंख्यकों के अधिकारों का उल्लंघन करता है और इसे कचरे में फेंक देना चाहिए।
3. जोकीहाट सीट क्यों अहम है?
यह सीट राजद का पारंपरिक गढ़ रही है और यहां जीत महागठबंधन के मनोबल के लिए जरूरी है।
4. जोकीहाट में मुकाबला किन दलों के बीच है?
राजद, जन सुराज पार्टी, जदयू और AIMIM के बीच चौतरफा मुकाबला है।
5. क्या “चुन्नू-मुन्नू” बयान से विवाद हो सकता है?
संभव है, क्योंकि बयान दो सगे भाइयों पर था और राजनीतिक रूप से इसे व्यंग्य माना जा रहा है।
6. तेजस्वी यादव का अगला चुनावी दौरा कब है?
तेजस्वी यादव 29 अक्टूबर को राहुल गांधी के साथ मुजफ्फरपुर और दरभंगा में रैलियों को संबोधित करेंगे।



