
जिले की सभी नदियां खतरे के निशान बह रही है ऊपर
जिले में सभी नदियों के बढ़ते जल स्तर पर शुक्रवार को अचानक ब्रेक लग गया। पिछले दस दिनों तक लगातार नदियों के जल स्तर में वृद्धि होने के बाद नदियों का जल स्तर स्थिर हो गया है।
काढ़ागोला में गंगा नदी, समेली प्रखंड के डूमर में एनएच 31 के पास बरंडी नदी, शरीफगंज के समीप कारीकोसी, कुरसेला रेलवे ब्रिज के पास कोसी नदी का जल स्तर स्थिर हो गया है। हालांकि इन सभी नदियों का जल स्तर अभी भी खतरे के निशान से 60 से 138 सेमी ऊपर है। इस कारण से नदियों के तटबंध और स्पर पर दबाव बना हुआ है। बाढ़ की स्थिति पूर्वत है। महानंदा बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधीक्षण अभियंता राजेन्द्र कुमार मेहता ने बताया कि महानदंा नदी का जल स्तर भी खतरे के निशान को पार कर गया है। लेकिन राहत की बात है कि शुक्रवार दोपहर 12 बजे के बाद महानंदा नदी के जलस्तर में गिरावट दर्ज की गयी है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को गंगा नदी के जल स्तर में सुबह से लेकर दोपहर 3 बजे तक वृद्धि नहीं हुई है। लेकिन मानसून की स्थिति को देखते हुए ऐसा प्रतीत हो रहा है कि नदियों के जल स्तर में वृद्धि हो सकती है। जिले में गंगा उफान कम नहीं होने के कारण बाढ़ के प्रकोप से अमदाबाद, मनिहारी, मनसाही, बरारी, कुरसेला के साथ साथ प्राणपुर में भी बाढ़ का पानी निचले इलाके में फैलने लगा है। जिला प्रशासन की ओर से बाढ़ राहत कार्य चलाया जा रहा है। लेकिन लगातार हो रही बारिश से बाढ़ पीड़ितों की परेशानी बढ़ गयी है। सांसद ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का लिया दौरा: सांसद दुलालचन्द्र गोस्वामी शुक्रवार को मनिहारी, मनसाही, अमदाबाद प्रखंडों के विभिन्न बाढ़ प्रभावित गांव का दौरा कर पीड़ितों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुना। सांसद श्री गोस्वामी ने पीड़ितों को आश्वासन दिया कि अपने स्तर से जो भी बन पाएगा पीड़ितों को सुविधा उपलब्ध कराया जायेगा।
बाढ़ पीड़ितों के आवागमन की समस्या के मद्देनजर सासंद ने डीएम और सीओ को नाव बहाल करने का अनुरोध किया। ताकि पीड़ितों को आने जाने में कोई समस्या उत्पन्न नहीं हो सके। सामुदायिक कीचन की संख्या भी बढ़ाने का अनुरोध किया। सांसद ने बुढिया टिकर, मर्गाहा, केबाला, कठौतिया, धुरियाही, भवानीपुर, सिंगल टोला के लोगों से मिलकर दुख दर्द सुना। उनके साथ जिलाध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव, विक्टर झा, नगर अध्यक्ष शिव प्रकाश गाड़ोदिया, सुशील कुमार सुमन, मनोज कुमार, प्रमोद राय, मनोज कुशवाहा, मोहन सिंह, गुणसागर पासवन, मुन्ना अंसारी, राजेश रजक आदि शामिल थे।
सरकार पीड़ितों को हर संभव सहयोग देने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।