संतान की लंबी उम्र के लिए माताएं आज करेंगी जिउतिया
संतान की लम्बी उम्र की कामना को लेकर शुक्रवार को जिउतिया का अनुष्ठान जिले के सभी माताओं ने नहाय खाय व ओठगन के साथ शुरू किया। इस बार 33 घंटे का निर्जला व्रत रखा जा रहा है।
विविध पंचांग के तहत बनारसी पंचाग से रविवार के सुबह में व्रती को पारण करने का विधान बताया गया है। जबकि मिथिला पंचांग के तहत परवैतिनों को रविवार के अपराह्न 2:49 बजे के बाद पारण करना होगा। जिले में अधिकांश श्रद्धालुओं द्वारा मिथिला के पंचांग के आधार पर जिउतिया का अनुष्ठान किया जा रहा है। शुक्रवार को इस अनुष्ठान को लेकर गंगा कोसी संगम स्थल से लेकर मनिहारी के गंगा घाट पर व्रती माताओं ने स्नान करके इस अनुष्ठान का विधिवत शुभारंभ किया। नहाय खाय को लेकर बाजारों में सतपुतिया झिंगली के भाव में अचानक उछाल आ गया। शुक्रवार को जिला मुख्यालय से लेकर प्रखंडों के बाजारों 50 रुपये प्रति किलो से लेकर 70 रुपये प्रति किलो की दर से सतपुतिया झिंगली का भाव रहा वहीं नोनी साग के भाव में काफी उछाल रहा। यह साग एक सौ रुपये प्रति किलो की दर से बिका। बावजूद परवैतिन एवं उसके परिजनों ने अपने पुत्र की लम्बी उम्र की कामना को लेकर अपने हैसियत के हिसाब से खरीदारी किया।
रविवार को अपराह्न 2:49 बजे के बाद होगा पारण: पुत्र की लम्बी उम्र की कामना को लेकर हर मां जीताष्टमी का व्रत रखती है। आश्विन कृष्णपक्ष में अष्टमी तिथि को महिलाएं यह अनुष्ठान करती है। 13 वर्षों के लम्बे अन्तराल के बाद इस बार खरजितिया लगा है। उक्त बातें आचार्य सह पंडित धर्मेन्द्रनाथ मिश्र ने बताते हुए कहा कि शुक्रवार को महिलाओं के लिए विशिष्ट भोजन ओठगन और रात्रि के अन्त में भिन्सरवा में भोजन का विधान है। 21 सितम्बर शनिवार को जीमूतवाहन सह जिउतिया व्रत के तहत निर्जला उपवास किया जायेगा। वहीं 22 सितम्बर रविवार को 2:49 बजे के बाद जितिया व्रत का पारण होगा। उन्होंने बताया कि इस व्रत का पारण 9 वीं तिथि में होता है। जो रविवार को 2:49 में होगा। श्री मिश्र ने बताया कि इस बार खरजितिया लगा है।
शनिवार एवं रविवार को जीमूतवाहन व्रत होने के कारण इसे खरजितिया कहा जाता है। उन्होंने बताया कि जो महिलाएं जितिया करना चाहेंगी वे महिलाएं इस बार जितिया का डाला उठा सकती हैं। नई नवेली बहुएं और महिलाएं वर्षों से खरजितिया के इन्तजार में रहती है कि कब खरजितिया लगे जो अपने संतान के दीर्घजीवी की कामना से जितिया व्रत करें। इस दिन शालीवाहन नाम के राजा के पुत्र जीमूतवाहन के नाम पर व्रत किया जाता है।
शुक्रवार को शहर के न्यूमार्केट स्थित दुकान में बांस से बने डाला की खरीदारी करतीं महिलाएं।
स्रोत-हिन्दुस्तान