
12 घंटे ब्रेक के बाद फिर बढ़ने लगा नदियों का जलस्तर
मुख्य व सहायक नदियों के जल अधिग्रहण क्षेत्र में लगातार भारी बारिश होने के कारण जिले से होकर गुजरने वाली महानंदा नदी को छोड़ कर सभी नदियों का जलस्तर में वृद्धि हो रही है। शनिवार को नदियों के जलस्तर में वृद्धि 12 घंटे के ब्रेक के बाद होने लगी है।
महानंदा का जलस्तर अमदाबाद के गोविंदपुर छोड़कर झौआ, बहरखाल, आजमनगर, धबौल, कुर्सेल, दुर्गापुर में नदी का जलस्तर घट रहा है। इन जगहों पर महानंदा नदी का जलस्तर में 20 से 30 सेमी की वृद्धि दर्ज किया गया है। जबकि गंगा, कोसी, बरंडी और कारी कोसी नदी का जलस्तर में वृद्धि हो रही है। जलस्तर में बढ़ने की रफ्तार धीमी है। इन नदियों के जलस्तर में पिछले 12 घंटे में 2 से 6 सेमी की बढ़ोतरी हुई है। अभियंताओं का मानना है कि नदियों के जल अधिग्रहण क्षेत्र में जबतक बारिश होती रहेगी तब तक नदियों का जलस्तर में बढ़ना जारी रहेगी। महानंदा बाढ़ नियंत्रण अंचल के अधीक्षण अभियंता राजेंद्र कुमार मेहता ने बताया कि शुक्रवार की शाम छह बजे से लेकर शनिवार की दोपहर 12 बजे तक महानंदा नदी का जलस्तर झौआ के पास 30.31 मीटर से घटकर 30.40 मीटर पर, बहरखाल में 30.45 मीटर से घटकर 3.15 मीटर पर आजमनगर में 29.83 मीटर से घटकर 29.56 मीटर पर, धबौल में 29.35 मीटर से घटकर 29.10 मीटर पर, कुर्सेल में 30.80 मीटर से घटकर 29.50 मीटर पर, दुर्गापुर में 27.98 मीटर से घअकर 27.83 मीटर पर घटना जारी है। जलस्तर अमदाबाद के गोविंदपुर में 9 सेमी की वृद्धि हुई है। नदी के जलस्तर गोविंदपुर में खतरा के निशान से 50 सेमी ऊपर है। उन्होंने कहा कि गोविंदपुर गंगा और महानंदा नदी के संगम स्थल के पास है इसलिए इस नदी का जलस्तर में वृद्धि हो रही है।
सबसे अधिक उफान पर गंगा नदी का जलस्तर है। गंगा का जलस्तर मनिहारी के रामायणपुर में 27.94 से बढ़कर 28.02 मीटर पर तथा काढ़ागोला में 31.28 मीटर से बढ़कर 31.30 मीटर पर बढ़ना जारी है। कोढ़ागोला में गंगा नदी का जलस्तर खतरा के निशान से 143 सेमी ऊपर है। बरंडी नदी का जलस्तर समेली प्रखंड के डुमर में एनएच 31 के पास 31.52 मीटर से बढ़कर 31.56 सेमी पर बढ़ रहा है। बरंडी का जलस्तर खतरा के निशान से 96 सेमी ऊपर है। शहरी सुरक्षा तटबंध के पास कारी कोसी नदी का पानी सटकर बह रही है।
नदी का जलस्तर शरीफगंज के पास खतरा के निशान से 62 सेमी ऊपर हो गया। कोसी का जलस्तर कुर्सेला रेलवे ब्रिज के पास खतरा के निशान 30.00 मीटर से 118 सेमी ऊपर हो गया। यहां जलस्तर 31.12 मीटर से बढ़कर 31.20 मीटर पर बढ़ना जारी है।
स्रोत-हिन्दुस्तान