अभिषद की बैठक में 46एजेंडों पर प्रस्ताव पारित
सोमवार को पीयू की अभिषद की बैठक कुलपति प्रो राजेश सिंह की अध्यक्षता में आहूत की गयी। बैठक में सदस्यों ने 47एजेंडा पर वृहत रुप से चर्चा परिचर्चा क े बाद सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया।
कुलपति श्री सिंह ने पूर्णिया विश्वविद्यालय की लगभग डेढ़ वर्ष से अधिक की अवधि में प्राप्त उपलब्धियों पर विस्तार रुप से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि पूर्णिया विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों को अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरुप बनाने के लिए वे कटिबद्ध हैं। प्रो सिंह ने कहा कि देश के अव्वल विश्वविद्यालय दिल्ली विश्वविद्यालय, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ,बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, कोलकाता विश्वविद्यालय में सैकड़ों कोर्स संचालित किये जाते हैं। जबकि बिहार के विश्वविद्यालय में 25-30 कोर्स ही चलते हैं।
प्रो सिंह ने पूर्णिया विश्वविद्यालय में पचास नये कोर्स शुरू करने के लिए सरकार एवं राजभवन को अपना प्रस्ताव भेजा है। जिसमें कई कोर्स कीमान्यता प्राप्त हो चुकी है। उन्होंने इस पर भी बल दिया कि उनके छात्र आधुनिक बाजारवादी व्यवस्था में अच्छी से अच्छी नौकरी प्राप्त कर सकें इसी उद्देश्य से पूर्णिया विश्वविद्यालय नये कोर्स प्रारम्भ करने के लिए प्रतिबद्ध है। अभिषद के मुख्य एजेंडा में विश्वविद्यालय के आधारभूत संरचना, नये पाठ्यक्रम की शुरुआत, विभिन्न महाविद्यालयों में प्रारम्भ किये गये नये संकाय एवं विषयों का अनुमोदन ,महाविद्यालय में नैक से मान्यता प्राप्त करने की दिशा में पहल,विश्वविद्यालय द्वारा स्थापित तीन अध्ययन पीठ रामधारी सिंह दिनकर, फणीश्वरनाथ रेणु ,पंडित दीनदयाल उपाध्याय में निदेशक ,शोधकर्ता एवं कार्यालय, कर्मचारियों की नियुक्ति महत्वपूर्ण एजेंडा थे जिसका अनुमोदन अभिषद ने सर्वसम्मति से क र दिया।
प्रतिकुलपति की अध्यक्षता में कमेटी गठित
अभिषद में पीयू के अधीन आनेवाले शिक्षकों के पदोन्नति पर विचार विमर्श किया गया जिसे सर्वसम्मति से प्रतिकुलपति डा. राजनाथ यादव की अध्यक्षता में एक कमेटी गठन पर सहमति दी गयी। ये कमेटी बीएनएमयू से प्राप्त प्रोन्नति संचिका एवं पदोन्नति
से वंचित शिक्षकों के पदोन्नति पर विचार करेंगी।
महत्वपूर्ण एजेंडा को अभिषद ने सर्वसम्मति से पारित कर दिया कि विश्वविद्यालय के सभी अंगीभूत एवं सम्बद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्यो को प्रत्येक माह के सातवीं तारीख को सभी छात्रों की उपस्थिति एवं सभी शिक्षकों ने एक माह में जितनावर्ग संचालन किया है उसका पीपीटी विश्वविद्यालय को भेजना अनिवार्य होगा। साथ ही इसे महाविद्यालय के बेवसाइट पर भी अपलोड करना अनिवार्यता होगी। इस क्रिया को प्राचार्यों द्वारा पालन नहीं करने के विरुद्ध सख्त कार्रवाई क े लिए निर्देश लिया गया। उन्होंने बताया कि स्नाताकेत्तर वर्ग के संचालन, उपस्थिति एवं पीपीटी की जिम्मेदारी स्नातकोत्तर विभागाध्यक्ष की होगी। कुलसचिव ग्रुप कैप्टन मो. याकूब ने बारी बारी से सभी 47एजेंडा को अभिषद के सदस्यों के बीच रखा और विचार विमर्श के बाद उसे पारित कर दिया गया। धन्यवाद ज्ञापन अध्यक्ष छात्र कल्याण पदाधिकारी प्रो पवन कुमार झा ने की। मौके पर प्रो केके सिंह, प्रो एमपी सिंह, अशोक बादल, बुलंद अख्तर हासमी, कौशल्या जायसवाल के अलावे कुलानुशासक प्रो डीके झा, प्राचार्या डॉ दीपाली मंडल, डॉ रमेश कुमारसिंह, स्नातकोत्तर विभागाध्यक्ष डॉ मधुकांत झा एवं वाणिज्य संकायध्यक्ष डॉ टीएन झा उपस्थित थे।
स्रोत-हिन्दुस्तान