
चार दिवसीय गायत्री महायज्ञ का समापन
कटिहार। शहर के ओटी पाड़ा में चल रहे चार दिवसीय गायत्री महायज्ञ का समापन बुधवार को दीप प्रज्वलन के साथ हो गया। महायसज्ञ में विभिन्न प्रकार के संस्कार में 70 लोगों ने शिरकत कर इसका लाभ उठाया। इसमें विद्या संस्कार, अन्नपरासन्न संस्कार, पुष्पवन संस्कार एवं दीक्षा संस्कार आदि शामिल रहे। इसमें नशा ही नाश की जड़ है नामक लघु नाटक रूबी कुंवर के निर्देशन में छोटे बच्चों के द्वारा मंचन किया गया। इसमें ऋचा, बाबी, मुस्कान, साक्षी, पारी, काली, निधि, अरु, टप्पू, सोनाक्षी, अंश, सौम्यता, गोलू, नेहा, सुशांत आदि ने भाग लिया। इस दौरान लोगों को बताया गया कि चाहे कोई गलत काम करता हो वह भी उस काम को आनंद के लिए करता है पर सच्चा आनंद तो आत्म संतोष प्रदान करने वाला ही प्राप्त कर सकता है। जो दूसरों के कष्ट को दूर करने में या दूसरों की सहायता करने पर जो आनंद प्राप्त होता है वो आत्म संतोष देता है, वहीं सच्चा आनंद है। बुधवार को इस चार दिवसीय गायत्री महायज्ञ का समापन भव्य दीप यज्ञ से हुआ। इसमें 51 हजार दिए जलाकर सुविचार की ज्योति जलाई गई।
BHASKAR