
ऑपरेशन सिंदूर की गूंज के बीच जन्मी ‘सिंदूरी’ – कटिहार में गूंजी देशभक्ति की किलकारी
कटिहार, बिहार — जब पूरा देश ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की वीरगाथा पर गर्व कर रहा था, तब बिहार के कटिहार जिले के कुर्सेला प्रखंड में एक नन्ही सी जान ने इस ऐतिहासिक दिन को अमर बना दिया। संतोष मंडल और राखी कुमारी के घर जन्मी बेटी का नाम रखा गया — ‘सिंदूरी’, जो अब शौर्य, देशभक्ति और आशा की एक नई मिसाल बन चुकी है।
नाम जो वीरता की पहचान बन गया
जब टीवी पर ऑपरेशन सिंदूर की खबरें आ रही थीं, उसी समय संतोष मंडल के घर बेटी की किलकारी गूंजी। उन्होंने कहा:
“हम चाहते थे कि हमारी बेटी का नाम उस दिन से जुड़ा हो जिसे भारत कभी न भूले। इसलिए उसे ‘सिंदूरी’ नाम दिया — जो देश की वीरता का प्रतीक बन चुका है।“
मां राखी कुमारी की भावना
राखी ने कहा:
“मेरी बेटी उस दिन पैदा हुई जब भारत ने आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम उठाया। वह सिर्फ हमारी नहीं, पूरे देश की बेटी है। उसका नाम आने वाली पीढ़ियों को याद दिलाएगा कि भारत अब चुप नहीं बैठता।“
‘सिंदूरी’ बन गई पूरे बिहार की बेटी
अब सिंदूरी सिर्फ एक बच्ची नहीं, बल्कि एक प्रतीक बन चुकी है — नवभारत की भावना का, देशभक्ति की लहर का, और वीरता की छाया का। सोशल मीडिया पर लोग कह रहे हैं:
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“वीरता की विरासत है सिंदूरी!”
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“देशभक्ति अब सिर्फ नारों में नहीं, नामों में दिखती है!”
जब नाम बन गया राष्ट्र प्रेम का प्रतीक
कटिहार की गलियों से निकली यह कहानी बता रही है कि राष्ट्र प्रेम अब जीवनशैली का हिस्सा बन गया है। लोग सिर्फ तिरंगा फहराकर ही नहीं, बल्कि अपनी अगली पीढ़ी को भी शौर्य और सेवा की शिक्षा दे रहे हैं।