
बिहार के कटिहार जिले से एक दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है। कोढ़ा थाना क्षेत्र के रौनिया गांव में एक घर पर शौचालय की टंकी की सेंटरिंग खोलने के दौरान दो लोगों की दम घुटने से मौत हो गई जबकि तीन लोग गंभीर रूप से बीमार हो गए हैं।
जहरीली गैस ने छीनी दो जिंदगियां
घटना गृहस्वामी लक्ष्मी महतो के घर पर हुई, जहां चार टंकियों का निर्माण कराया जा रहा था। पहली तीन टंकियों को सुरक्षित तरीके से खोला गया, लेकिन चौथी टंकी में जहरीली गैस की वजह से एक के बाद एक चार मजदूर और गृहस्वामी का पुत्र मनोज महतो बेहोश हो गए।
जेसीबी से बाहर निकाले गए मजदूर
ग्रामीणों ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और जेसीबी मशीन की मदद से सभी लोगों को बाहर निकाला गया। लेकिन तब तक मनोज महतो और एक मजदूर की जान जा चुकी थी। तीन अन्य को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया।
घायलों की हालत नाजुक
डॉक्टरों के अनुसार घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है। उन्हें बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर किया गया है। गांव में मातम का माहौल है और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मुखिया प्रतिनिधि का बयान
स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि विजय सिंह कुशवाहा ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा:
“हमने कभी नहीं सोचा था कि एक साधारण सा काम इतना भयानक मोड़ ले लेगा। यह पूरे गांव के लिए गहरी क्षति है।”
पुलिस जांच में जुटी
कटिहार एसडीपीओ धर्मेन्द्र कुमार ने घटनास्थल का दौरा किया और बताया कि पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। उन्होंने कहा:
“जो भी जिम्मेदार होगा, उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।”
शौचालय जैसे रोजमर्रा के निर्माण कार्य में सुरक्षा मानकों की अनदेखी करना किस तरह जानलेवा हो सकता है, यह हादसा उसकी जीवंत मिसाल है। प्रशासन और सरकार को ऐसे हादसों से सबक लेकर सुरक्षा उपायों को अनिवार्य बनाना चाहिए।