
छात्रों को दायित्व का बोध कराएं शिक्षक
बिहार एड्स नियंत्रण व बचाव इकाई एचआईवी एड्स एवं हेल्थ पार्टनर के तत्वाधान में गुरुवार को सदर अस्पताल के सभगार में शिक्षकों को मार्गदार्शिका प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए जिले के 48 विद्यालय के 85 शिक्षकों ने भाग लिया।
इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. अरविंद प्रसाद शाही ने कहा कि घर परिवार के बाद देश के भविष्य रूपी छात्र-छात्राएं अपने स्कूल में व्यतित करते हैं। ऐसे में शिक्षकों का दायित्व है कि छात्र-छात्राओं को शैक्षणिक ज्ञानों के साथ-साथ किशोरावस्था में होने वाले मानसिक व समाजिक बदलाव के बारे में भी जागरूक करें। उन्होंने दस से लेकर 18 वर्ष तक का उम्र काफी जीवन का एक अहम अवस्था होती है। इस अवस्था में बच्चे सुनकर, पढ़कर व देखकर सीखते हैं। उसे अपने जीवन में उतारने का हर संभव प्रयास करते हैं।
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