
अररिया/ठाकुरगंज (बिहार):
अररिया से ठाकुरगंज (गलगलिया) तक ट्रेन सेवा का सपना अब साकार होने को है। सीमांचल के लाखों लोगों को जिस कनेक्टिविटी का इंतजार था, वह अब पूरी होने वाली है। रेल संरक्षा आयुक्त (CRS) सुमित सिंघल द्वारा किया गया अंतिम निरीक्षण 11 जुलाई को सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इससे यह मार्ग अब पूर्ण परिचालन के लिए तैयार हो गया है।
✅ CRS निरीक्षण की सफलता ने बढ़ाई उम्मीदें
रेलवे सुरक्षा अधिनियम के तहत की गई यह समीक्षा 100 किमी/घंटा की अधिकतम गति से ट्रेन संचालन को अधिकृत करती है। इससे पहले तीन चरणों में इस रूट के सेक्शनों को चालू किया गया था, जिसमें रहमतपुर से पौआखाली का 79.77 किमी लंबा अंतिम सेक्शन भी शामिल है।
🏗️ 64 बड़े पुल, 264 छोटे पुल, 15 स्टेशन — इंजीनियरिंग का बेजोड़ नमूना
यह 110.75 किमी लंबा अररिया-गलगलिया ब्रॉडगेज प्रोजेक्ट सीमांचल में रेल कनेक्टिविटी को नया विस्तार देगा। इस प्रोजेक्ट में कुल 15 नये रेलवे स्टेशनों के साथ-साथ सैकड़ों छोटे-बड़े पुलों का निर्माण हुआ है।
🧭 सीमांचल का सामाजिक और आर्थिक नक्शा बदलेगा
-
ट्रेन सेवाएं शुरू होते ही किशनगंज, अररिया और अन्य पिछड़े इलाकों के लोगों को मिलेगा सुविधाजनक आवागमन
-
मालगाड़ियों की आवाजाही बढ़ेगी, जिससे व्यापार और कृषि बाजार को मिलेगा फायदा
-
रोजगार के नए अवसर, और स्थानीय पर्यटन को भी बढ़ावा
🗣️ राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
जदयू के पूर्व विधायक नौशाद आलम ने कहा कि “विधानसभा चुनाव से पहले यह सेवा शुरू होगी और सीमांचल में विकास के द्वार खोलेगी।”
वहीं, पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कपिंजल किशोर शर्मा ने पुष्टि की कि “CRS की अनुमति मिलते ही यह रेलखंड सुरक्षित यात्री एवं मालगाड़ियों के संचालन के लिए पूरी तरह तैयार है।”
🚆 अब सीमांचल के लोगों को ट्रेन का इंतजार खत्म होने को है, और उनका वर्षों पुराना सपना — पटरी पर दौड़ने को तैयार है।