चौसा के निचले इलाकों में फैला पानी
कोसी नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से चौसा प्रखंड के पांच पंचायतों के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है। बाढ़ का पानी घुसने से लगभग दो दर्जन से अधिक गांव के लोगों के समक्ष आवाजाही की समस्या उत्पन्न हो गयी है। फुलौत पूरबी पंचायत के धुमावती स्थान के पास कई साल पहले से आवाजाही के लिए बनाये गये चचरी पुल भी पानी की तेज धारा में बह गयी है।
प्रशासन की ओर से बाढ़ प्रभावित इलाकों में आवागमन की सुविधा के लिए दो दर्जन से अधिक नाव और एक मोटर वोट का परिचालन शुरू कराया गया है। घघड़ी नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने सेे फुलौत पश्चिमी पंचायत के सपनी मुसहरी, घसकपुर, पनदही बासा, झंडापुर बासा सहित कई गांव का सड़क संपर्क भंग हो चुका है। फुलौत पूर्वी पंचायत के बड़ी खाल, बर बिग्घी, पिहोरा बासा, करैल बासा, मोरसंडा जाने वाली सड़क से आवागमन बाधित हो गया है।
मोरसंडा के पंचायत राम चरण टोला, अमनी बासा, करैलिया मुसहरी, जपती टोला सहित कई जगहों पर आवागमन बाधित होने से लोगोंं को काफी परेशानियों का सामान करना पड़ा रहा है। चिरौरी और पैना पंचायत में भी कई जगहों पर निचले इलाकों में पानी घुस गया है। ग्रामीण कैलाश राम, बिन्देश्वरी शर्मा, दशरथ शर्मा, उमेश सिंह, प्रभाकर सिंह, सुखदेव सिंह, अशोक सिंह, बिलास सिंह, खगेश मेहता, मदन मेहता ने कहा कि बरियारी धार में पानी घुस जाने से पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। धार में पानी रहने के कारण जान जोखिम में डालकर सफर करना पड़ता है। इसके बावजूद अभी तक यहां पर नाव का परिचालन शुरू नहीं कराया गया है।
बड़ी खाल के सियाराम यादव, पवन यादव, जयराम राय, सोनू राय, अंबिका यादव, जागो यादव, श्रीराम राय ने कहा कि निचले इलाकों में पानी घुस जाने से उन लोगों के गांव से प्रखंड मुख्यालय का सड़क संपर्क टूट गया है जिसके कारण घरेलू कार्य सहित सरकारी कार्यालयों से जुड़ा कार्य प्रभावित हो गया है। सीओ आशुतोष कुमार ने कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में आवागमन की सुविधा के लिए दो दर्जन से अधिक नाव और एक मोटर वोट चलाया जा रहा है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में विशेष निगरानी की जा रही है। आवश्यकता पड़ने पर जिले से मदद ली जाएगी।
स्रोत-हिन्दुस्तान