
मधेपुरा जिला किसान सलाहकार संघ के द्वारा कृषि सलाहकारों के साथ हो रहे दोहरे रवैये को लेकर रोष व्यक्त किया गया। इस संबंध में उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपकर अपनी मांगों की ओर ध्यान आकृष्ट कराया है। ज्ञापन में कहा गया कि पूर्व में भी बिहार किसान सलाहकार संघ के अध्यक्ष पंकज कुमार सिंह के द्वारा कृषि विभाग (बिहार सरकार) को ज्ञापन सौंपकर किसान सलाहकारों की समस्याओं से अवगत कराया था लेकिन बाबत किसी भी प्रकार का निर्णय नहीं लिया गया। आवेदन में मुख्य मांगे थी कि किसान सलाहकार को पूर्णकालिक संविदा कर्मी मानते हुए कृषि समन्वयक की भांति सरकारी सेवक बनाया जाए। साथ ही कहा गया कि जब तक पूर्णकालिक संविदाकर्मी नहीं बनाया जाता तब तक मानदेय के रूप में ₹25,000 का मासिक भुगतान किया जाए एवम कोरोना काल में किसानों के आकस्मिक निधन पर उन्हें 50,00000 का मुआवजा दिया जाए।
श्री उमेश कुमार ने बताया कि 16 अगस्त से लेकर 20 अगस्त तक कृषि विभाग के सौतेले व्यवहार के प्रति रोष ज़ाहिर करते हुए काली पट्टी लगाकर कार्य करेगी। उसके उपरांत मांग नहीं माने जाने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को विवश होंगे। हड़ताल कि अवधि के दौरान सभी किसान सलाहकार तकनीकी कार्यों से खुद को अलग रखेंगे।।