महान समाजवादी नेता व आजादी के योद्धा थे:- स्वर्गीय भूपेंद्र नारायण मंडल
मधेपुरा से विकास कुमार की रिपोर्ट
मधेपुरा:- भूपेंद्र नारायण मंडल के 41 वे पुण्यतिथि पर मधेपुरा जिला के पैतृक गांव रानी पट्टी में सिंघेश्वर विधानसभा के वर्तमान विधायक एवं सभापति चंद्रहास चौपाल ने उनके प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए सच्चे दिल से याद किए !
आपको बता दें कि भूपेंद्र नारायण मंडल का जन्म मधेपुरा जिला के पैतृक गांव रानीपट्टी में हुआ था ! उनका जन्म 1 फरवरी 1950 को हुआ था! इनकी शिक्षा रानीपट्टी मधेपुरा मुंगेर भागलपुर व पटना में संपन्न हुई !पटना विश्वविद्यालय से इन्होंने विधि स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण की थी ! 1930 में वकालत पैसा के साथ ही उन्होंने अपना सार्वजनिक जीवन आरंभ किया! महात्मा गांधी के आह्वान पर 1921 से इन्होंने असहयोग आंदोलन में छात्रों को नेतृत्व प्रदान किया ! 1940 से मधेपुरा के छात्रों द्वारा चलाया गया छुआछूत आंदोलन में भी उन्होंने मुख्य भूमिका का निर्वहन किया! 1953 में भूपेंद्र बाबू की अगुवाई में टीपी कॉलेज मधेपुरा की स्थापना की गई !इस महाविद्यालय की स्थापना भूपेंद्र बाबू की जीवन की सर्वप्रथम सर्वश्रेष्ठ जन्म ही इस महाविद्यालय की स्थापना कालांतर में विश्वविद्यालय बीएनएमयू निर्माण का आधार बनकर मधेपुरा जिला मुख्यालय मैं स्टेडियम बीएन मंडल स्टेडियम के नाम भी उन्हीं के नाम पर रखा गया! 1960 में और पुनः 1972 में बड़े ही सम्मान के साथ ही राज्यसभा के लिए चयनित किया गया! परंतु भारत में दो बार और स्वतंत्र भारत में 4 बार जेल भी भेजे गए सांसद रहते हुए भूपेंद्र बाबू ने अपनी अंतिम सांस 29 मई 1975 को टैगरहा कुमारखंड मधेपुरा में ली! आज 41वी पुण्यतिथि पर इस महान शख्सियत को शत-शत नमन!